नई दिल्‍ली: आज की सबसे बड़ी खबर ये है कि भारत में अगले आठ दिनों में कभी भी लोगों को कोरोना की वैक्‍सीन देने की शुरुआत हो सकती है.  ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है.  मकर संक्रांति से पहले देश में वैक्सीन क्रांति की शुरुआत कैसे हो सकती है. इस पर हम आपको विस्‍तार से जानकारी देंगे. लेकिन उससे पहले हम आपको स्वदेशी वैक्सीन के साथ Zee News के प्रयोग पर एक अपडेट देना चाहते हैं.


Vaccine लगने के बाद बुखार आना शुभ समाचार


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हमने आपको बताया था कि हमारी सहयोगी पूजा मक्कड़ ने देश का भरोसा बढ़ाने के लिए भारत में बनी COVAXIN लगवाई है.  हमने आपसे ये भी कहा था कि इस प्रयोग के नतीजे ईमानदारी से आप तक पहुंचाएंगे. शुभ समाचार ये है कि पूजा मक्कड़ को आज हल्का बुखार है, ये बात घबराने वाली नहीं है, बल्कि ये इस बात का संकेत है कि वैक्सीन अपना काम कर रही है. 


अगले 8 दिनों में भारत में टीकाकरण अभियान (Vaccination Drive)  की शुरुआत हो सकती है.  राहत की खबर है कि भारत में दो Corona Vaccines को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिली है . पर देश के विपक्षी दलों ने वैक्‍सीन की पहली डोज लगने से पहले ही इसकी कमियां खोजना शुरू कर दिया है.


विदेश में बनी वैक्सीन को अच्छा क्‍यों बताया जा रहा? 


ये लोग बिना किसी जांच या सबूत के भारत में बनी वैक्‍सीन को खराब और विदेश में बनी वैक्सीन को अच्छा बताने में लगे हैं. कोरोना वैक्‍सीन को प्रॉफिट मार्जिन और वोटबैंक के चश्मे से देखने लगे हैं. कुछ विपक्षी नेताओं ने तो इसे बीजेपी की वैक्सीन तक बता दिया है, जबकि दुनिया भर में भारत में तैयार की गई वैक्‍सीन की तारीफ हो रही है. 


भारत के संकल्प की तारीफ 


विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्‍टर जनरल  टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कोरोना वैक्‍सीन  के सबसे अधिक उत्पादन पर भारत के संकल्प की तारीफ की है.  मशहूर उद्योगपति बिल गेट्स ने भी इस मामले में भारत के वैज्ञानिकों की तारीफ की.  लेकिन वैक्सीन पर जिस तरह की राजनीति हो रही है उसके बाद शायद कुछ लोग विश्व स्वास्थ्य संगठन और बिल गेट्स की भी आचोलना कर सकते हैं. ऐसा भी हो सकता है उन्हें बीजेपी का ओवरसीज एम्‍बेसडर बता दिया जाए. 



वैक्‍सीन  पर हो रही राजनीति की वजह से कोवैक्‍सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक के सीएमडी  को सफाई देनी पड़ी.  उन्होंने कहा, COVAXIN का राजनीतिकरण न किया जाए. उनके परिवार का कोई भी सदस्य किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं है. '


इस वायरस पर एक और अच्छी खबर ये है कि भारत में संक्रमण के मामले लगातार कम हो रहे हैं  और Positivity Rate घटकर 5.87 प्रतिशत हो गया है. 


कोरोना का पॉजिटिविटी रेट घटकर 5.87 प्रतिशत हो गया


पिछले एक हफ्ते की बात करें तो देश में पॉजिटिविटी रेट मात्र 1.97 प्रतिशत है. इसका मतलब ये हुआ कि 100 लोगों के कोरोना टेस्ट में मात्र दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव  है. जबकि अमेरिका में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट अब भी 13.6 प्रतिशत और ब्रिटेन में ये 10.8 प्रतिशत है. जर्मनी में पिछले हफ्ते तक पॉजिटिविटी रेट 13 प्रतिशत था. 


अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी दुनिया के सबसे विकसित देश हैं.  बावजूद इसके वहां कोरोना के खिलाफ लड़ाई कारगर नहीं है. ब्रिटेन ने कल ही लॉकडाउन को और अधिक सख्त किया है.  ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारत की अपनी यात्रा को रद्द कर दिया है. बोरिस जॉनसन इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि थे.  कल 5 जनवरी को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके भारत न आ पाने की जानकारी दी.