नई दिल्ली: 17 सितंबर यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के जन्मदिन के मौके पर देशवासियों ने उन्हें वैक्सीन (Vaccine) के विश्व रिकार्ड का तोहफा दिया है. प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर उन्हें देश और दुनिया से बधाईयां मिलीं. अपने जन्मदिन के मौके पर भी प्रधानमंत्री ने हमेशा की तरह कोई छुट्टी नहीं ली, और दिन भर काम करते रहे. इसी दौरान उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में भी हिस्सा लिया और पहली बार अफगानिस्तान (Afghanistan) का नाम लेकर वहां बदले हालात पर चिंता जताते हुये इशारों-इशारों में तालिबान को सख्त संदेश दिया.


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इस दौरान जिक्र प्रधानमंत्री मोदी के उन पुराने साक्षात्कारों (Interviews) का जिनसे पता चलता है कि एक मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री तक के सफर के दौरान उनका सफर कैसा रहा. इन साक्षात्कारों में वो इंटरव्यू भी शामिल है जब वो वर्ष 2001 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे. हालांकि ये इंटरव्यू मैंने वर्ष 2002 में किया था. इसमें वो इंटरव्यू भी है जो उन्होंने वर्ष 2014 में देश का प्रधानमंत्री बनने से पहले ज़ी न्यूज़ (Zee News) को दिया था.


इस सिलसिले में वर्ष 2018 और 2019 के वो इंटरव्यू भी लोगों को जरूर देखने चाहिए क्योंकि उस दौरान एक प्रधानमंत्री के रूप में देश उनके कामकाज का आंकलन कर रहा था. इस दौरान ये बखूबी पता चलता है कि कैसे एक नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी की भूमिकाएं तो बदलती गईं लेकिन देश और देश के लोगों के प्रति उनका नजरिया कभी नहीं बदला. 



वर्ष 2018 के इंटरव्यू के दौरान जब मैनें प्रधानमंत्री मोदी से देश की अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर एक सवाल पूछा तो जवाब में उन्होंने कहा था कि जो व्यक्ति सड़क के किनारे पकौड़े बेचता है. क्या आप उसे रोजगार नहीं मानेंगे. इसके बाद उनके इस जवाब की चर्चा पूरे देश में होने लगी. कुछ लोगों ने उनके इस जवाब का मजाक भी बनाया, कुछ लोगों ने आलोचना की तो कुछ लोगों ने उनका समर्थन भी किया. प्रधानमंत्री मोदी का पकौड़े वाला जवाब लंबे समय तक चर्चा का विषय बना रहा.


इसके बाद से ही पकोड़ा शब्द  इंटरनेट (Internet) पर सबसे ज्यादा ढूंढे जाने वाले शब्दों में शामिल हो गया. इतना ही नहीं अब Wikipedia पर Pakoda Nomics के नाम से एक पेज भी है. जिसमें लिखा है कि ये भारत की एक ऐसी आर्थिक पहल है. जो लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करती है. 


प्रधानमंत्री के लुक की चर्चा


प्रधानमंत्री मोदी के बारे में कहा जाता है कि उनका सुक (Look) लगातार बदलता रहता है. ऐसा इसलिए नहीं कि वो अपना लुक बार बार बदलने के शौकीन हैं. बल्कि अलग अलग भूमिकाओं के दौरान. उनका लुक बदल जाता है. उनकी ऐसी कुछ पुरानी और नई तस्वीरें हैं जो आपको इस लुक संबंधी बदलाव के बारे में बताती हैं.


तालिबान को कड़ा संदेश


अपने जन्म दिन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार तालिबान को सख्त संदेश दिया. ये संदेश उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के दौरान दिया. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero tolerance) की नीति अपनानी होगी और दुनिया के देशों को ये देखना होगा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल पड़ोसी देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए ना हो. उनके इसी बयान में तालिबान के लिए और भी कई सख्त संदेश छिपे हैं.