DNA Analysis: दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है. रोज नई-नई तकनीकें सामने आ रही हैं. बटन वाले लैंडलाइन फोन से बदलते बदलते अब हम Screen Touch वाले मोबाइल फोन तक आ चुके हैं. Record से आगे बढ़कर अब हम Cloud Storage तक आ चुके हैं.अब ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स Automatic आते हैं.


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Computer और AI की मदद


Technology यहां तक बढ़ चुकी है कि अब लोगों का इलाज भी Computer और AI की मदद से हो रहा है. अब तो ये कहा जा रहा है कि आने वाले युग Artificial Inteligence यानी AI का ही है, लेकिन क्या आपने सोचा है कि ये AI तकनीक सुविधाजनक है, या नुकसानदायक भी हैं!


दुनियाभर में बढ़ा AI का प्रचलन


शायद आपको याद होगा कि जब COMPUTER का दौर आया था. तब लोगों में ये डर था कि, इससे लोगों की नौकरियां जाएंगी. क्योंकि एक COMPUTER कई लोगों का काम आसानी से कर देता है. लेकिन हमने COMPUTER के साथ काम करना सीखा और इसने रोजगार के तमाम अवसर भी पैदा किए. अब दुनिया COMPUTER के दौर से बहुत आगे निकल चुकी है और दुनियाभर में AI का प्रचलन बढ़ा है, जिससे एक बार फिर वही डर पैदा हो गया है कि क्या इससे लोगों की नौकरियों को खतरा होगा? ऐसे में सवाल है कि AI समस्या है या समाधान? इस सवाल का जवाब हम इस खबर में तलाशने की कोशिश करेंगे.


AI की वजह से काम करना आसान


देश के सबसे बड़े Digital Platform में से एक Fintech कंपनी Paytm ने 1000 से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया है. कंपनी ने Operation Sale और Engineering टीम से जुड़े कर्मचारियों को बाहर की राह दिखाई है. कंपनी का तर्क है कि सही ढंग से काम हो इसके लिए AI संचालित Automation System को मजबूत करने पर काम किया जा रहा है. कंपनी का ये भी तर्क है कि AI की वजह से काम करना आसान हो जाएगा. इसकी वजह से Fintech Professionals की कार्यकुशलता और बढ़ जाएगी और इससे कंपनी का खर्च भी कम आएगा.


Paytm के मुताबिक इससे कंपनी Employee खर्च में 10 से 15 प्रतिशत की बचत कर पाएगी. क्योंकि AI ने अपेक्षा से ज्यादा परिणाम दिये हैं और Paytm की AI-संचालित रणनीति ने भारत के लिए Innovation जारी रखा है, जिससे Work Force कम करने में मदद मिल रही है. Paytm का एक तर्क ये भी है कि 'हम भारत में AI क्रांति का नेतृत्व कर रहे हैं और AI-संचालित Automation को अपना रहे हैं. इससे लागत में काफी बचत हो रही है.


30 हजार लोगों की छंटनी


Paytm ही नहीं दुनिया के सबसे बड़े Search Engine Google से भी नौकरियां जाने की खबर है. Google अपने Artificial Intelligence को तेजी से विकसित कर रहा है. इसके चलते वो आने वाले दिनों में करीब 30 हजार लोगों को नौकरी से निकाल सकती है. ‘The Information’ की खबर के मुताबिक, Google आने वाले दिनों में अपने Ad-Sales Department से 30 हजार लोगों की छंटनी कर सकती है. साल 2023 की शुरुआत में भी Google ने 12 हजार लोगों को नौकरी से निकाल दिया था.


ज्यादातर कंपनियां AI पर लगातार काम कर रही हैं... ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा... कि Artificial Intelligence यानी AI लोगों की नौकरियां खा रहा है... लेकिन इस पर Expert क्या कहते हैं... ये भी आपको जरूर सुनना चाहिए.


Artificial Intelligence सबसे नई तकनीक


दरअसल Artificial Intelligence सबसे नई तकनीक है... जो इस धरती पर रहने वाले हर शख्स की जिंदगी में घुसपैठ कर चुका है. डर इस बात का है कि AI एक ऐसा Artificial इंसान बन सकता है... जो कुदरती तौर पर जन्म लेने वाले इंसानों का सीधे-सीधे Replacement भी बन सकता है. ऐसे में हमें Artificial Intelligence को समझना भी जरूरी है, तो अब हम आपको ये बताते हैं कि Artificial Intelligence है क्या और ये काम कैसे करते हैं?


क्या कहती है रिपोर्ट?


जब एक मशीन में इंसानों की तरह सोचने, समझने, बात करने और निर्णय लेने की क्षमता विकसित कर ली जाती है तो उस तकनीक को Artificial Intellegence कहा जाता है. सरल शब्दों में कहें तो ये तकनीक इंसान के मस्तिष्क की तरह ही काम करती है. इसलिए सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि AI हम इंसानों के लिए आखिरकार समस्या है या फिर समाधान! सवाल है कि AI का ये जो डर है, दरअसल किस हद तक सही है? World Economic Forum’s की “The Future of Jobs Report" के मुताबिक AI वर्ष 2025 तक 8.5 करोड़ लोगों की नौकरियां खा सकता है, लेकिन इसी रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि वर्ष 2025 तक AI 9.5 करोड़ नई नौकरियों के अवसर पैदा करेगा.


AI चंद सेकेंड में खंगाल सकता है हजारों GB DATA 


इसका सीधा अर्थ ये है कि AI जहां कुछ खास तरह की नौकरियां खत्म कर देगा. वहीं कुछ नए क्षेत्रों में नौकरियों के अवसर पैदा करेगा, जैसे SELF DRIVING गाड़ियां आने के बाद Transportation sector में लाखों नौकरियां खत्म हो सकती हैं. इसी तरह से Market Research और Financial Analysis की नौकरियों पर भी खतरा रहेगा. क्योंकि AI चंद सेकेंड में हजारों GB DATA खंगाल कर उसमें से महत्वपूर्ण जानकारियां निकाल सकता है.


किन पर है ज्यादा खतरा?


इसी तरह AI बहुत सारे DATA में कुछ खास तरह के PATTERNS को पहचानने में किसी भी इंसान से आगे रहेगा. सॉफ्टवेयर डेवलपिंग, वेब डिजाइनिंग, स्वास्थ्य, साइबर सुरक्षा, शिक्षा, व्यक्तिगत शिक्षण अनुभव, कृषि, वित्त क्षेत्र, मार्केटिंग व विज्ञापन क्षेत्र, परिवहन और रक्षा जैसे क्षेत्रों में AI नौकरियां खत्म कर देगा. जबकि कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जिसमें AI इंसान को इतनी आसानी से Replace नहीं कर सकता जैसे शिक्षक, नर्स, वकील और लेखक ये ऐसे पेशे हैं, जिन्हें AI आसानी से खत्म नहीं कर सकता है.


इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि AI में भविष्य की अपार संभावनाएं हैं और ये आने वाले वक्त को बदल सकता है लेकिन ये भी सच है कि ऐसे बहुत से काम है जिन्हें AI नहीं कर सकता. जैसे एक शिक्षक 30 बच्चों की कक्षी में हर बच्चे की क्षमता के हिसाब से अपना लेक्चर देता है, जबकि AI ये काम नहीं कर सकता है. इसी तरह लेखक आमतौर पर हर पहलू पर गहराई से सोच कर एक नया लेख तैयार कर सकता है, जबकि AI के लेख इतने रचनात्मक या विश्लेषणात्मक नहीं हो सकते हैं.


ये नौकरियां रहेंगी सुरक्षित


सरल शब्दों में कहें तो हर वो नौकरी जिसमें Repetative काम हो वो नौकरियां AI आसानी से REPLACE कर देगी, लेकिन वो नौकरियां जिसमें गहरे विश्लेषण, सूझबूझ और रचनात्मकता की आवाश्यकता है, उन्हें AI इतनी आसानी से Replace नहीं कर सकता है. इसीलिए निष्कर्ष यही है कि AI से डरने या इसका विरोध करने की बजाय हमें इसके साथ काम करना सीखना होगा... और अपने हुनर को समय के साथ साथ बदलना पड़ेगा.