26 January fact: गणतंत्र दिवस का पर्व हर वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है. यह बात तो हर कोई जानता है. इस पर्व को पूरे देश में बड़े ही हर्ष और उल्लास से मनाते हैं. स्कूलों और कॉलेजों में रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर सांस्कृतिक छटा बिखेरते हैं. इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है. आज हम गणतंत्र दिवस पर भारतीय संविधान से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां आपको देंगे. यह बातें आपके लिए बहुत खास होंगी.


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संविधान सभा की पहली बैठक 1946 में हुई थी


संविधान सभा की बैठक 9 दिसंबर 1946 में पहली बार हुई थी. बैठक के दौरान करीब 210 सदस्य मौजूद थे. 11 दिसंबर 1946 को हुई दूसरी बैठक में डॉ. राजेंद्र प्रसाद को स्थायी अध्यक्ष चुना गया था, जो अंत तक अपने इस पद पर काबिज रहे. 13 दिसंबर 1946 को पं. जवाहरलाल नेहरू ने भारतीय संविधान का उद्देश्य प्रस्ताव सभा में पेश किया था, जिस पर मंथन होने के बाद 22 जनवरी 1947 को इसे पूर्ण रूप से पारित कर दिया गया था. इस संविधान में कई महत्वपूर्ण बातें शामिल की गई थी.


संविधान में शामिल की गई थीं यह बातें


- भारत संघ में ऐसे सभी क्षेत्र शामिल होंगे जो वर्तमान में ब्रिटिश भारत में है या देशी रियासतों में हैं. जो प्रभुता संपन्न भारत संघ में शामिल होना चाहते हैं.


- भारत स्वयं अपना संविधान बनाएगा और एक पूर्ण संप्रभुता संपन्न गणराज्य होगा.


- भारत में अल्पसंख्यक वर्ग, पिछड़ी जातियों और कबायली जातियों के हितों की रक्षा की पूर्ण बंदोबस्त किया जाएगा.  


- भारतीय संघ तथा उसकी इकाइयों में समस्त राज्य शक्ति का मूल स्रोत स्वयं जनता होगी.


- भारतीय नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक, कानूनों की समानता, संघ निर्माण, कार्य की स्वतंत्रता, सार्वजनिक नैतिकता के अधीन प्राप्त होगी.


- भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को 21 तोपों से सलामी देकर राष्ट्रीय ध्वज को फहराया था और भारतीय गणतंत्र के जन्म की घोषणा की थी.


- अंग्रेजों के शासन काल से छुटकारा पाने के 894 दिन बाद देश स्वतंत्र राज्य बना था.


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