राहुल गांधी और कन्हैया कुमार से मिले DUSU अध्यक्ष, 7 साल के बनवास के बाद NSUI को मिली जीत
दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र यूनियन (DUSU) में 7 साल बाद कामयाबी हासिल करने के बाद NSUI ने राहुल गांधी और कन्हैया कुमार से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने NSUI की फ्यूचर प्लानिंग पर चर्चा की.
NUSI Meets with Rahul Gandhi and Kanhaiya Kumar: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संगठन यानी DUSU पर नेशल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने कब्जा जमा लिया है. डूसू के अध्यक्ष पद पर कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने शानदार जीत दर्ज कर ली है. वहीं संयुक्त सचिव (Joint Secretary) के पद पर भी कब्जा जमा लिया है. जीत के बाद NSUI के नवनिर्वाचित अध्यक्ष और DUSU टीम के कुछ अन्य सदस्यों ने राहुल गांधी और कन्हैया कुमार से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि इस दौरान एनएसयूआई की भविष्य की योजनाओं पर चर्चा के की गई है.
'DU में खुली मोहब्बत की दुकान'
हाल ही में ऐलान किए गए डूसू के नतीजों में अध्यक्ष के रूप में रौनक खत्री ने जबरदस्त जीत हासिल की है. खत्री ने ABVP के ऋषभ चौधरी को 1,300 से भी ज्यादा वोटों से हराया है. खत्री को 20,207 वोट मिले जबकि चौधरी को 18,864 वोट मिले. DUSU में कांग्रेस समर्थित छात्र शाखा के फिर से उभरने पर जश्न मनाया गया, जहां लंबे समय से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का दबदबा रहा है. NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने सोमवार को कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में अब 'मोहब्बत की दुकान' खुल गई है और उन्होंने संविधान के साथ खड़े होने के लिए छात्रों का आभार व्यक्त किया.
अंहकार की हार हुई: NSUI अध्यक्ष
खत्री ने अपनी जीत का श्रेय छात्रों की कड़ी मेहनत और समर्थन को दिया. साथ ही छात्रों के मुद्दों के हल निकालने के लिए प्रतिबद्ध रहने का संकल्प लिया. जिसमें बुनियादी ढांचे में सुधार और कर्मचारियों से बेहतर व्यवहार सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. खत्री ने कहा,'आज इतिहास बन गया है. इतिहास बदला गया है. यह सब हमारे काम की वजह से हुआ है. दिखावा और अहंकार की हार हुई है.' विधि संकाय के छात्र के रूप में, मैं सभी छात्रों को यकीन दिलाता हूं मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा क्योंकि उन्होंने मुझे विजयी बनाया है. छात्रों के प्रति बुनियादी ढांचे और कर्मचारियों का व्यवहार सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.
7 साल मिला अध्यक्ष पद:
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छात्र शाखा एनएसयूआई ने सात साल के अंतराल के बाद अपनी शानदार वापसी का जश्न मनाया. संयुक्त सचिव पद भी हासिल किया, जिसमें एनएसयूआई के लोकेश चौधरी ने एबीवीपी के अमन कपासिया को 6,700 से भी ज्यादा वोटों से हराया.