इम्फाल: मणिपुर (Manipur) के उखरुल (Ukhrul) में रविवार देर रात करीब 1:34 बजे भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रिक्टर पैमाने (Richter Scale) पर भूकंप की तीव्रता 4.0 रही, हालांकि किसी तरह के जानमाल के नुकसान नहीं हुआ है. इससे पहले 18 जनवरी को भी मणिपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, तब भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 रही थी.


क्यों आता है भूकंप?


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पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. फिर इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.


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कब कितनी तबाही लाता है भूकंप?


रिक्टर स्केल असर
0 से 1.9 सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
2 से 2.9 हल्का कंपन.
3 से 3.9 कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर.
4 से 4.9 खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं.
5 से 5.9 फर्नीचर हिल सकता है.
6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं. जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं.
8 से 8.9 इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं. सुनामी का खतरा होता है.
9 और उससे ज्यादा पूरी तबाही. कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी. समंदर नजदीक हो तो सुनामी.