Lalu Prasad in money laundering investigation: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रेलवे नौकरी के बदले जमीन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद, उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए समन जारी किया है. 


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ईडी कार्यालय में उपस्थित होंगे लालू


एजेंसी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद को 29 जनवरी को पेश होने के लिए कहा गया है. जबकि तेजस्वी को अगले दिन 30 जनवरी को बुलाया गया है. दोनों को ED ने पूछताछ के लिए इस महीने के अंत में पटना के बैंक रोड स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए कहा है. दोनों इस मामले में पहले जारी किए समन पर पेश नहीं हुए थे. यह घोटाला उस समय का है जब लालू प्रसाद कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए-1 सरकार में रेल मंत्री थे.


केस की सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में आरोप लगाया था कि लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों की गलत कमाई को ठिकाने लगाने के लिए 2 कंपनियां बनाई गई थीं. इन दोनों कंपनियों को अब ईडी ने अपनी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में जब्त कर लिया है. 


दिल्ली की एक अदालत ने लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े कथित 'लैंड फॉर जॉब स्कैम' (रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की दायर चार्जशीट (आरोप पत्र) पर गुरुवार (18 जनवरी) को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया. राउज एवेन्यू कोर्ट 20 जनवरी को इस मामले में अपना आदेश सुना सकता है. 


क्या है लैंड फॉर जॉब  स्कैम 


यूपीए1 सरकार बतौर रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव पर आरोप है कि 2004 से 2009 तक भारतीय रेलवे के अलग-अलग जोन में ग्रुप डी पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया था और बदले में इन लोगों ने अपनी जमीनें तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और उनसे संबंधित कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दी थी. ईडी ने अदालत को बताया कि उसने मामले में 4,751 पेज की चार्जशीट दायर की है. मामले में जांच जारी है और ईडी जल्द ही सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर कर सकती है.