एकनाथ खडसे ने नई सियासी पारी शुरू की, BJP छोड़ NCP में हुए शामिल
महराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने मुंबई में शुक्रवार (23 अक्टूबर) को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में शामिल हो गए हैं. उन्होंने मुंबई में NCP प्रमुख शरद पवार की उपस्थिति में राकांपा का दामन थामा है.
मुंबई: महाराष्ट्र भाजपा के पूर्व नेता एकनाथ खडसे, उनकी बेटी रोहिणी और उनके कई समर्थक शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में शामिल हो गये. उन्होंने राकांपा का जनाधार उससे भी दोगुनी गति से बढ़ाने का संकल्प लिया, जिस गति से उन्होंने महाराष्ट्र में कभी भाजपा के लिये काम किया था. खडसे, यहां राकांपा प्रमुख शरद पवार और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में इसमें शामिल हुए.
ED आया तो CD दिखाएंगे खडसे
खडसे ने कहा कि भाजपा से उनके नाता तोड़ने के बाद यदि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) हरकत में आता है, तो वह सीडी दिखाएंगे. उन्होंने यह दावा किया कि भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने खुद ही उनसे कहा था कि भगवा पार्टी में उनका कोई भविष्य नहीं है और उन्हें राकांपा में शामिल हो जाना चाहिए, जो राज्य में शिवसेना नीत महा विकास अघाड़ी सरकार में एक प्रमुख घटक दल है. यहां राकांपा मुख्यालय में खडसे के पार्टी में शामिल होने के कार्यक्रम में पवार ने कहा कि हर चीज अभी की तरह ही रहेगी. साथ ही उन्होंने मीडिया में आई उन खबरों को खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया गया है कि उप मुख्यमंत्री एवं एवं उनके भतीजे अजित पवार की कार्यक्रम से अनुपस्थिति से यह प्रदर्शित हुआ है कि वह (अजित) खडसे के पार्टी में शामिल होने से नाखुश हैं.
भाजपा ने साधा निशाना
वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को खडसे की पूर्व पार्टी के सहयोगी केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ( Raosaheb Danve) ने बयान में कहा कि, ''खडसे जो अब एनसीपी में शामिल हो रहे हैं असल में वह भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थे ही नहीं.'' दानवे ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ''खडसे 1970 के दशक के अंत में कांग्रेस पार्टी का हिस्सा थे. शरद पवार, जो तब कांग्रेस के नेता थे, ने जलगांव से नागपुर तक एक रैली का आयोजन किया था. इस रैली में खडसे ने एक कार्यकर्ता के रूप में भाग लिया था. वह कभी वास्तव में बीजेपी कार्यकर्ता नहीं थे. मैं भाजपा का असली कार्यकर्ता हूं मैं उनसे सीनियर हूं. ''
खडसे ने फडणवीस पर लगाया आरोप
उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले में अपना अच्छा-खासा प्रभाव रखने वाले राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री खडसे (68) ने बुधवार को भाजपा छोड़ दी थी. उन्होंने भाजपा से अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनका राजनीतिक करियर बर्बाद करने की कोशिश की थी. राकांपा के कार्यक्रम में खडसे ने एक बार फिर से कहा कि भाजपा में उनके साथ अन्याय किया गया और उन्हें अपमानित किया गया तथा छेड़छाड़ जैसे झूठे आरोप भी उन पर लगाये गये थे. एक प्रमुख ओबीसी नेता खडसे को भूमि पर कब्जा करने के आरोपों को लेकर 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था. हालांकि, खडसे ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था.
खडसे ने कहा कि इन आरोपों के बारे में उन्होंने विधानसभा में साक्ष्य मांगे थे. लेकिन आज तक उनके सवाल का कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा, ‘‘एक बार, जयंतराव (पाटिल) के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने मुझसे पूछा था कि क्या मैं राकांपा में शामिल हो रहा हूं? मैंने कहा था, हां, मैं चाहता हूं.’’ खडसे ने कहा, ‘‘यदि आप (पाटिल) मेरी मदद करने जा रहे हैं, तो मैं आऊंगा. जयंतराव ने मुझसे कहा कि ईडी मेरे पीछे लग जाएगी (यदि मैं राकांपा में शामिल हुआ तो). मैंने कहा कि मेरे पीछे ईडी को लगाएंगे, तो मैं सीडी चला दूंगा. ’’