Eknath Shinde ने बताया CM का मतलब, जाते-जाते खींच गए बीजेपी के लिए लकीर
एकनाथ शिंदे ने अपने ढाई साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को बताते हुए कहा, `मैंने हमेशा एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है. मैंने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं माना. सीएम का मतलब आम आदमी है.
Maharashtra New CM: महाराष्ट्र में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? इस सवाल का जवाब महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने दे दिया है. ठाणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उन्होंने बताया कि उनकी पीएम मोदी और अमित शाह से फोन पर बात हुई है और उनसे कहा है कि मेरे कारण सत्ता गठन को लेकर कभी कोई दिक्कत नहीं होगी. इसका मतलब ये है कि बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री बनाए जाने का रास्ता साफ हो गया है.
हालांकि इसके साथ ही एकनाथ शिंदे ने अपने ढाई साल के कार्यकाल की उपलब्धियों को बताते हुए कहा, "मैंने हमेशा एक कार्यकर्ता के रूप में काम किया है. मैंने कभी खुद को मुख्यमंत्री नहीं माना. सीएम का मतलब आम आदमी है. मैंने यह सोचकर काम किया. हमें लोगों के लिए काम करना चाहिए. मैंने दर्द देखा है. नागरिकों के समस्याएं देखी हैं कि वे अपना घर कैसे चलाते थे.''
उन्होंने कहा, "मैं एक सामान्य किसान परिवार से हूं, मैंने उनके दुख-दर्द देखे हैं. मितव्ययी कैसे होना है, मासिक घर कैसे चलाना है, योजना कैसे बनानी है, यह शुरू से ही मेरे दिमाग में था. जिस दिन ऐसा अधिकार मेरे पास आएगा, मुझे आम लोगों, प्रिय बहनों, भाइयों, किसानों, बुजुर्गों, रोगियों के लिए कुछ करना होगा. मुझे ऐसी अनुभूति हुई." एक तरह से उन्होंने खुद को जनता का सीएम बताया. जाहिर है कि कमोबेश वैसी ही अपेक्षा वो बीजेपी के साथ भी रखेंगे.
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बीजेपी नेतृत्व का फैसला मंजूर
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं है. पीएम मोदी जो निर्णय लेंगे, वह मुझे मंजूर होगा. मैं चट्टान की तरह पीएम मोदी के साथ खड़ा हूं. पीएम मोदी भी चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े हैं. बीजेपी का मुख्यमंत्री मुझे मंजूर होगा. मुझे पीएम मोदी और अमित शाह का फैसला मंजूर है. पीएम मोदी जो कुछ भी निर्णय लेंगे, वो शिवसेना को मंजूर है. महायुति मजबूत है और हम सब मिलकर काम करने को तैयार हैं."
उन्होंने कहा, "मैंने अपने आप को कभी राज्य का सीएम नहीं समझा. मैंने हमेशा राज्य में आम आदमी बनकर कार्य किया. ढाई साल में हमने खूब काम किया. मुख्यमंत्री का मतलब कॉमन मैन होता है. मैंने यही सोचकर काम किया. हमें लोगों के लिए काम करना चाहिए. मुझे पीएम मोदी का हमेशा साथ मिला. महाराष्ट्र में प्रगति की रफ्तार को हमने बढ़ाया. महाराष्ट्र की लाडली बहनों का मैं लाडला भाई हूं. हमारी सरकार में लाडली बहनें खुश हैं. हम अपने गठबंधन के साथ मिलकर काम करने वाले लोग हैं. राज्य में हमारी सरकार के बाद हमारी लोकप्रियता बढ़ी है. मैंने हमेशा महाराष्ट्र की जनता के लिए काम किया है. कुछ लोग सोने का चमचा लेकर जन्मे हैं, उन्हें गरीबों का दर्द कहां समझ आएगा."
उन्होंने आगे कहा, "मैंने कहा कि 'प्यारे भाई' की पहचान सभी उपाधियों से बढ़कर है. मैंने खुद पीएम मोदी को फोन करके कहा था कि सरकार बनाते वक्त आप ये मत सोचना कि मुझे फैसले लेने में कोई दिक्कत होगी. आपने हमारी मदद की. ढाई साल का मौका दिया गया. इस राज्य का विकास करना है. तो, आप तय करें. अपना निर्णय लें. महायुति के मुखिया के तौर पर आप जो निर्णय लेंगे, वह बीजेपी के साथ-साथ हमारे लिए भी अंतिम होगा. मुझे कोई समस्या नहीं होगी. मैंने मंगलवार को पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया. अपनी भावनाएं बताईं. मैंने कहा है कि सरकार बनाने में मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी."