Eknath Shinde Press Conference: महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महायुति की जीत के लिए जनता का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि ये लैंड्स्लाइड जीत है. महायुति पर लोगों ने भरोसा जताया. सीएम पद को लेकर भी उन्होंने खुलकर अपना पक्ष रखा.
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Eknath Shinde Press Conference: महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महायुति की जीत के लिए जनता का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि ये लैंड्स्लाइड जीत है. महायुति पर लोगों ने भरोसा जताया. सीएम पद को लेकर भी उन्होंने खुलकर अपना पक्ष रखा. शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह से मेरी बात हुई है. आलाकमान जो तय करेगा वो स्वीकार है. साथ ही यह भी कहा कि भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनाए.. शिवसेना इस फैसले का पूरा समर्थन करेगी.
चुनाव में महायुति की बड़ी जीत
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में महायुति की प्रचंड जीत के बाद राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर अटकलें तेज हैं. ऐसे में शिंदे की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को हुए थे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए गए. महायुति गठबंधन ने 280 सदस्यीय विधानसभा में कुल 230 सीटें जीतीं. इनमें से भाजपा को 132 सीटें, शिवसेना (शिंदे गुट) को 57 सीटें और अजीत पवार की अगुवाई वाली एनसीपी को 41 सीटें मिलीं. भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है और मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा मजबूत कर रही है.
मुख्यमंत्री पद पर सहमति नहीं बन पाई
महायुति की जीत के बाद भी नए मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है. शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर कार्यवाहक मुख्यमंत्री का दायित्व संभाल लिया है. लेकिन नई सरकार के गठन में देरी हो रही है. सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने शिंदे को केंद्र में कैबिनेट मंत्री या महाराष्ट्र में उपमुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया है. अब शिंदे की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद यह तस्वीर साफ हो गई है कि महाराष्ट्र में अगला मुख्यमंत्री भाजपा का ही बनने वाला है. शिंदे ने कह दिया है कि वे सरकार गठन में अड़चन नहीं बनेंगे. वे नाराज होने वाले नहीं, बल्कि समस्या का समाधान करने वाले हैं.
अभी तक की अटकलें..
इससे पहले कहा जा रहा था कि भाजपा आलाकमान ने शिंदे के सामने डिप्टी सीएम पद का प्रस्ताव रखा था. सूत्रों की मानें तो शिंदे ने भाजपा के प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था. उन्होंने भाजपा नेतृत्व से मांग की थी कि यदि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता, तो उन्हें महायुति सरकार का संयोजक बनाया जाए. इसके साथ ही उन्होंने अपने बेटे डॉ. श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाने का भी प्रस्ताव रखा था.
फडणवीस बनाम शिंदे की खींचतान
2022 में उद्धव ठाकरे सरकार के पतन के बाद, एकनाथ शिंदे ने भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री पद संभाला था. उस समय भाजपा के पास अधिक सीटें थीं, लेकिन पार्टी ने शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर एक समझौता किया था.
हालांकि, इस बार भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं. पार्टी के कार्यकर्ता भी फडणवीस के पक्ष में हैं. लेकिन शिंदे गुट की सहमति के बिना सरकार गठन में रुकावटें आ रही हैं.
मंत्री पदों का बंटवारा भी बना चुनौती
महाराष्ट्र कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत कुल 43 मंत्री हो सकते हैं. भाजपा, जिसके पास गठबंधन में सबसे ज्यादा सीटें हैं, आधे मंत्री पदों का दावा कर रही है. वहीं, शिंदे गुट और एनसीपी के बीच शेष पदों का बंटवारा होना है.