शहीद सैनिकों के पार्थिव शरीर को ले जा रहे विमान की हुई इमरजेंसी लैंडिंग, ये है वजह
शनिवार को मणिपुर में शहीद हुए असम राइफल्स के कर्मियों और एक शहीद के परिवार के सदस्यों का पार्थिव शरीर ले जा रहे एक सैन्य विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी.
गुवाहाटी: मणिपुर में उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में शहीद हुए असम राइफल्स के कर्मियों और एक शहीद के परिवार के सदस्यों का पार्थिव शरीर ले जा रहे एक सैन्य विमान (Military Aircraft) को तकनीकी खराबी की वजह से रविवार को आपात स्थिति असम के जोरहट हवाई अड्डे पर उतरना पड़ा. सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पार्थिव शरीर रात में जोरहट (Jorhat) में रखे जाएंगे और आगे की यात्रा सोमवार सुबह शुरू होगी.
शनिवार को हुआ था हमला
बता दें कि मणिपुर के चूड़ाचांदपुर जिले में शनिवार को घात लगाकर किए हमले में असम राइफल्स के एक कमांडिंग अधिकारी, उनकी पत्नी और बेटे तथा बल के चार अन्य कर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी. शवों को राज्य की राजधानी इंफाल लाया गया जहां से उन्हें उनके घर ले जाया जा रहा था.
यह भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस के 12 ड्राइवर बर्खास्त, फेक ड्राइविंग लाइसेंस से हुए थे भर्ती
CO के परिवार की हुई थी हत्या
प्रवक्ता ने बताया कि विमान में असम राइफल्स की एक बटालियन के कमांडिंग अधिकारी कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी अनुजा और 6 साल के बेटे अबीर के शवों के साथ-साथ देश के सबसे पुराने अर्धसैनिक बल के 3 कर्मियों के भी पार्थिव शरीर हैं.
कई राज्यों के थे सैनिक
कर्नल त्रिपाठी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले थे. राइफल मैन खेतनई कोन्याक के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर के जरिए नागालैंड के मोन जिले ले जाया गया, जहां के वह निवासी थे. इसके अलावा अन्य तीन राइफलमैन में से श्यामल दास पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले थे, जबकि सुमन स्वर्गियारी और आरपी मीणा क्रमशः असम के बक्सा जिले और राजस्थान के दौसा जिले के निवासी थे.
LIVE TV