एनकाउंटर स्पेशलिस्ट SHO पर वसूली के आरोप, अधिकारियों ने दिए जांच के आदेश
दिल्ली के कोटला मुबारकपुर थाने का है जहां उसी थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह ने अपने ही थाने के SHO विनय त्यागी पर करप्शन के गंभीर आरोप लगा दिए और उन आरोपों की जनरल डायरी में भी नोट कर दिया.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) लगातार दिल्ली पुलिस की छवि सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. इसे लेकर कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों में पुलिस से संबंधित करप्शन के कई मामले सामने आ चुके हैं. ऐसा ही एक और मामला दिल्ली के कोटला मुबारकपुर थाने का है जहां उसी थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह ने अपने ही थाने के SHO विनय त्यागी पर करप्शन के गंभीर आरोप लगा दिए और उन आरोपों की जनरल डायरी में भी नोट कर दिया.
SHO की बदजुबानी आई सामने
SI ने ACP डिफेंस कॉलोनी और डिस्ट्रिक्ट के पुलिस अधिकारियों से भी SHO के व्यवहार की शिकायत की है. SI ने शिकायत में कहा है कि SHO लगातार उससे पैसे की मांग कर रहा है. इतना ही नहीं जब लगातार 13 घंटे से ज्यादा ड्यूटी करने के बाद SI ने रेस्ट की मांग की तो SHO ने उन्हें अपशब्द कहे, जिससे परेशान होकर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की. साउथ डिस्ट्रिक्ट की डीसीपी बैनिता मेरी जैकर ने पूरे मामले में कुछ भी कहने से से इनकार कर दिया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि शिकायत के बाद मामले की इंटरनल जांच शुरू कर दी गई है.
SHO ने की पैसों की मांग
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित SI ने शिकायत में लिखा है कि उसका ट्रांसफर 26 नवंबर 2021 को पुलिस लाइन से कोटला थाने में किया गया था. जिसके बाद वह थाने में पहुंचा और SHO से ड्यूटी के संबंध में जाकर मिला. उसकी ड्युटी इलाके में लगा दी गई. इसके बाद एसएचओ ने उससे बुलाकर पैसे की मांग करनी शुरू कर दी. लगातार पैसों की मांग को देखकर SI ने SHO को पैसे देने से मना कर दिया. इसके बाद थाने में तैनात चिठ्ठा मुंशी ASI सुभाष के जरिए SI पर पैसे देने का दवाब बनाया गया. लेकिन एसआई ने चिठ्ठा मुंशी को भी पैसे देने से मना कर दिया. ऐसे में पीड़ित एसआई की लगातार ड्यूटी लगा दी गई. लगातार 13-13 घंटे ड्यूटी करने के बाद जब एसआई ने चिठ्ठा मुंशी से रेस्ट की मांग की तो कई दिन टालने के बाद SHO से बात करने के लिए कहा. एसआई ने एसएचओ को फोन कर रेस्ट की मांग तो एसएचओ ने उन्हें अपशब्द कहे.
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एनकाउंटर स्पेशलिस्ट हैं SHO
SHO विनय त्यागी कोटला मुबारक थाने में पोस्टिंग से पहले क्राइम ब्रांच में भी इंस्पेक्टर थे और दिल्ली पुलिस में बतौर कॉन्स्टबेल भर्ती हुए थे. इसके बाद कॉन्स्टबेल से सब इंस्पेक्टर की पोस्ट के लिए दिल्ली पुलिस डिपार्टमेंटल एग्जाम पास आउट किया और सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर रूटीन प्रोमशन हुआ. क्राइम ब्रांच में रहते हुए उन्होंने कई एनकाउंटर भी किए, जिसकी वजह से एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहे जाने लगे. लेकिन अब सब इंस्पेक्टर द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों ने SHO विनय त्यागी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. जल्द पुलिस अधिकारी इस पर भी एक्शन भी ले सकते हैं.
पहले भी लाइन हाजिर हो चुका है SI
कोटला मुबारक थाने के SHO पर आरोप लगाने वाला सब इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह 2016 बैच का भर्ती है. सब इंस्पेक्टर पहले भी 3 बार लाइन हाजिर हो चुका है. आपको बता दें कि कोटला मुबारक थाना साउथ डिस्ट्रिक्ट में आता है. यहां की गलियां बेहद सकरी हैं और स्ट्रीट क्राइम का ग्राफ हमेशा ज्यादा रहता है. यहां ड्रग्स और सट्टे से संबंधित शिकायतें पहले मिलती रही हैं. इसी वजह से इस थाने को कंट्रोल करना भी एक बड़ी चुनौती है.
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थानों में चिठ्ठा मुंशी कौन होता है?
आपको बता दें कि किसी भी थाने को चलाने में चिठ्ठा मुंशी का बहुत बड़ा रोल होता है. चिठ्ठा मुंशी कॉन्स्टबेल से लेकर एएसआई तक हो सकता है. वो चिठ्ठा मुंशी एसएचओ का बड़ा खास होता है. थाने में कौन स्टाफ छुट्टी पर है. कौन स्टाफ कहां गया है, किस स्टाफ की ड्यूटी कब लगानी है, थाने में आज कितना स्टाफ प्रजेंट है, इन सब की जानकारी चिठ्ठा मुंशी के पास होती है. इसलिए एसएचओ हमेशा चिठ्ठा मुंशी के संपर्क में होता है. इसलिए चिठ्ठा मुंशी से थाने का हर स्टाफ बनाकर रखता है ताकि वो उसकी ड्यूटी सही जगह लगाए.
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