नई दिल्ली: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) अक्सर अपनी सभाओं में चचा जान और अब्बा जान शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. वे ऐसा क्यों करते हैं, इसका राज उन्होंने खोला है. Zee News के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से Exclusive बातचीत की. पेश है इंटरव्यू के मुख्य अंश: 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सुधीर चौधरी: आप पर आरोप हैं कि आप सभाओं में अब्बाजान, चचा जान शब्दों का इस्तेमाल मुस्लिमों को डराने के लिए कर रहे हैं?


योगी आदित्यनाथ: हमने मोदी जी से एक ही मंत्र सीखा है- सबका साथ सबका विकास. हम जाति, भाषा, मजहब आदि के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करते. हालांकि कुछ मुद्दे हैं, जिन पर कोई समझौता नहीं हो सकता है. राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हो सकता. कोई भारत माता को गाली दे, भारत के महापुरुषों को अपमानित करे, यह स्वीकार नहीं है. हम सुशासन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसी भी त्याग से पीछे नहीं हटेंगे. 


विकास के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हो सकता. यूपी में अब कोई अपने आप को असुरक्षित नहीं समझता है. जो ग़लत काम करता होगा, पेशेवर अपराधी होगा. यूपी की जनता अपने को असुरक्षित महसूस नहीं करती 


सुधीर चौधरी: ये कौन लोग आपसे खतरा महसूस कर रहे हैं?


योगी आदित्यनाथ: जिन लोगों के कारण यूपी को एक दंगा प्रदेश मान लिया गया था, जिन लोगों के कारण यूपी को अपराध प्रदेश मान लिया गया था. आज जब सुधार हो रहा है तो वो लोग असुरक्षित महसूस कर रहे होंगे.


सुधीर चौधरी: क्या आप अपनी ब्रैंडिंग राष्ट्रीय नेता के रूप में कर रहे हैं?


योगी आदित्यनाथ: मैं बीजेपी का एक सामान्य कार्यकर्ता हूं. विचार परिवार के साथ जुड़ा हुआ हूं. कोई छोटा कोई बड़ा नहीं है, सभी एक परिवार के हिस्से हैं. बीजेपी एक परिवार है. बीजेपी परिवारवादी और वंशवादी पार्टी नहीं है. बीजेपी का हर मुख्यमंत्री और हर नेता उपयोगी है. 


मैं अपनी कोई ब्रांडिंग नहीं करता हूं, मैं एक सामान्य योगी के तौर पर अपनी दिनचर्या को आगे बढ़ाता हूं. मैं अपनी भूमिका कहीं नहीं देखता हूं. मैं केवल लोककल्याण और आध्यात्म के साथ आगे बढ़ता हूं. मैं कभी अपने को Uncomfortable नहीं मानता हूं. मुख्यमंत्री के रूप में मैं यूपी की 25 करोड़ जनता को जनार्दन का स्वरूप मानकर उनकी सेवा बिना भेदभाव के करता हूं.  


LIVE TV