Exclusive: क्यों भारत वापस आई, क्या नसरुल्लाह से किया निकाह? ZEE News पर अंजू ने खोला हर राज
Anju Returned India: पाकिस्तान से भारत लौटी अंजू ने सोमवार को अपनी पूरी आपबीती सुनाई. ZEE NEWS के स्टूडियो में आईं अंजू ने वापस आने के कारण से लेकर नसरुल्लाह से निकाह पर बात की. पाकिस्तान में नसरुल्लाह से अंजू 4 महीने पहले मिलने पहुंची थी.
Anju Pakistan Story: पाकिस्तान से भारत लौटी अंजू ने सोमवार को अपनी पूरी आपबीती सुनाई. ZEE NEWS के स्टूडियो में आईं अंजू ने वापस आने के कारण से लेकर नसरुल्लाह से निकाह पर बात की. पाकिस्तान में नसरुल्लाह से अंजू 4 महीने पहले मिलने पहुंची थी, जो अब उनके शौहर हैं. जबकि भारत में उनके पहले पति से भी अब तक उनका तलाक नहीं हुआ है. नसरुल्लाह से अंजू की दोस्ती फेसबुक पर हुई थी. इसके बाद वह वीजा लेकर अपने पति और बच्चों को छोड़कर पाकिस्तान चली गई थीं.
जब अंजू से पूछा गया कि क्या वह भारत लौटकर अपने बच्चों को ले जाने आई हैं या फिर यहीं रहने आई हैं? जवाब में अंजू ने कहा कि मेरा पाकिस्तान जाने का तरीका लीगल था. मुझे वापस आना था क्योंकि मैं अपने बच्चों को छोड़कर गई थी. मेरा 10-12 दिन का प्लान था. मैं वहां नसरुल्लाह से मिलकर, शादी और घूमने का सोचकर गई थी.
अंजू ने आगे बताया कि वहां पहुंचकर मैंने अपने घरवालों से बात की और उनको बताया कि मैं पाकिस्तान आ गई हूं. मैंने इंडिया बॉर्डर से भी घर वालों को फोन किया था, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया था. जब मैं नेटवर्क में आई तब उनसे बात की. पहले तो सब नॉर्मल था. लेकिन जब मीडिया का प्रेशर आया, तब उनके और बच्चों के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी. जिस तरीका का माहौल बना, उससे मेरे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया. मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था. घरवालों की मुझे काफी चिंता हो गई थी.
Zee NEWS के सवाल और अंजू के जवाब
अगले सवाल में अंजू से पूछा गया कि जब वह 29 नवंबर को भारत लौटीं तो कहां गईं? जवाब में अंजू ने कहा, मुझे मालूम था कि मुझे कोई पसंद नहीं कर रहा था. इसलिए मैंने होटल बुक किया. मैंने घरवालों को बताया था कि मैं आऊंगी. जब मैं एयरपोर्ट पर आई तो मेरे एक परिवार के करीबी को फोन किया तो वह आसपास थे फिर उन्होंने मुझे रिसीव किया.
जब अंजू से पूछा गया कि वह पाकिस्तान गईं, वहां उनका निकाह हुआ और नाम फातिमा हो गया. अब उनको क्या कहकर बुलाया जाता है? इस पर उन्होंने कहा, यहां के दस्तावेजों में तो मेरा नाम अंजू ही है. वहां पर भी अंजू के नाम से ही जानते हैं. फातिमा भी नया नाम था, कुछ लोग उससे भी बुलाते हैं. कानूनी तौर पर यहां जो मेरा नाम है, वो अंजू है.
पाकिस्तान में 4 महीने कैसे बीते? और ऐसा क्या हुआ, जिसने आपको यह सोचने पर मजबू्र कर दिया कि अब वापस जाना है? अंजू ने कहा कि भारत में जिस तरह का माहौल बना, उससे हमने समय लिया. मैं चाहती थी कि हालात सामान्य हो जाएं, तब मैं जाऊं. जब माहौल शांत हुआ तो मैंने अपने बच्चों से बात की. पाकिस्तान में 4 महीने में मैंने वहां की टूरिस्ट जगह देखीं. हम पेशावर, स्वात और भी कई जगह गए.