अनूप कुमार मिश्र, नई दिल्‍ली: जम्‍मू कश्‍मीर के पत्‍थरबाजों ने एक बार फिर सीआरपीएफ के जवानों को जान से मारने की नाकाम कोशिश की है! गनीमत रही कि सीआरपीएफ के जवानों ने समझदारी और धैर्य के साथ काम लिया, जिसके चलते पत्‍थरबाजों की यह साजिश नाकाम हो गई. दरअसल यह मामला जम्‍मू-कश्‍मीर के बनियाल का है. गुरुवार को सीआरपीएफ के वाहनों का काफिला जम्‍मू के लिए जा रहा था. जैसे ही यह काफिला बनिहाल मार्किट में घुसा, एक कार बेहद धीमी रफ्तार में कार के आगे चलने लगी.


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सूत्रों के अनुसार सीआरपीएफ की बस के ड्राइवर ने हॉर्न बजाकर कार चालक को सामने से हटने का इशारा किया, लेकिन कार चालक लगातार सीआरपीएफ के बस के हॉर्न को नजरअंदाज करता रहा. तभी ड्राइवर की निगाह बाजार के दोनों तरफ खड़े लोगों पर गई. उसने देखा कि बाजार के दोनों तरफ लोग कतार में खड़े हैं. कतार में खड़े लोगों ने अपने हाथ पीछे बांध रखे हैं. ड्राइवर को अंदेशा हो गया कि कुछ बहुत खतरनाक होने वाला है. उसने तत्‍काल बस में मौजूद जवानों से कहा कि कुछ भी हो जाए, कोई बस से बाहर नहीं जाएगा.


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खतरे को भांपते हुए सीआरपीएफ के बस ड्राइवर ने मौके से बस को निकालने की कोशिश की. इसी कोशिश में बस का एक हिस्‍सा कार से मामूली रूप से छू गया. जिसके बाद कार में सवार चार पांच लोग बाहर आए और सीआरपीएफ बस ड्राइवर को गालियां देने लगे. सभी बार बार ड्राइवर को बस से बाहर आने के लिए ललकार रहे थे. ड्राइवर पहले से उनकी चाल को पढ़ चुका था. कार सवार युवक इस कोशिश में नाकाम हो गए तो उन्‍होंने चिल्‍लाना शुरू कर दिया कि बस ड्राइवर ने बच्‍ची को कुचल दिया है.


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फिर क्‍या था लोगों ने सीआरपीएफ की बस पर लगातार पत्‍थर बरसाने शुरू कर दिए. इसके बाद सीआरपीएफ की बस बनिहाल मार्किट में जहां से गुजरी कतार में खड़े लोग, वहां खड़े लोग लगातार पत्‍थर बरसाते रहे. बस में पत्‍थर बरसने का सिलसिला तभी खत्‍म हुआ जब यह काफिला बनिहाल शहर से बाहर निकल आया.