Karnataka High Court On Facebook Ban: कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस कृष्णा एस दीक्षित की बेंच ने मेटा को चेतावनी दी है. सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक पर आरोप है कि वह कर्नाटक पुलिस ने साथ जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. जांच में सहयोग न मिलने के चलते हाई कोर्ट ने फेसबुक को बैन करने की बात कही है. यह मामला सऊदी में रहने वाले एक भारतीय शख्स से जुड़ा हुआ है जिसका नाम शैलेष कुमार है. शैलेष कुमार 25 सालों से सऊदी अरब में काम करते हैं. शैलेष कुमार की पत्नि कविता ने हाई कोर्ट में एक याचिक दायर की है जिसके तहत ये सुनवाई की जा रही थी.


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क्या है पूरा मामला?


कविता ने कोर्ट को बताया कि उनके पति शैलेष कुमार ने एक बार सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) के समर्थन में फेसबुक पर पोस्ट डाला था लेकिन कुछ लोगों को यह रास नहीं आया और शैलेष के नाम का फर्जी अकाउंट बनाकर उन्होंने सऊदी अरब के किंग और इस्लाम के खिलाफ उल्टे-सीधे पोस्ट किए. इसके बाद सऊदी पुलिस ने शैलेष को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले की शिकायत कविता ने मंगलुरु पुलिस से की थी जो इस मामले की जांच कर रही है. जांच के दौरान मंगलुरु पुलिस ने फेसबुक से कुछ इंर्फोमेशन मांगा लेकिन कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया. आपको बता दें कि शैलेष कुमार मामले की जांच में साल 2021 से देरी हो रही है.


कहां पहुंची जांच?


कविता ने हाईकोर्ट से मदद की गुहार लगाई है और इस मामले के बारे में केंद्र को भी अवगत कराया है. कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा है कि अगर सोशल मीडिया कंपनी पुलिस के सहयोग में हाथ नहीं बटाती है तो उसकी सेवाओं को देशभर में बैन करने पर विचार दिया जाएगा. आपको बता दें कि कविता दक्षिण कन्नड़ जिले के बिकरनकाट्टे की निवासी हैं. अब मामले की अगली सुनवाई 22 जून को होनी है.