नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध को लेकर दिल्ली में डटे किसानों की सरकार से पहली बातचीच बेनतीजा रहने के बाद किसानों ने अपना धरना-प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है. किसानों ने कहा कि अब दिल्ली से आने और जाने के लिए जो खुले रास्ते हैं उन्हें भी ब्लॉक किया जाएगा. वहीं दिल्ली के कृषि भवन में एक और मीटिंग हुई. इस बैठक में मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हुए. बैठक में हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान नेताओं ने चर्चा की. यहां भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.  



COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- 11 मिनट के भीतर PM मोदी ने किए 3 'फोन कॉल', प्रधानमंत्री ने किससे की बात?


इससे पहले विज्ञान भवन हुआ मंथन
इससे किसानों के साथ मीटिंग के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बात-चीत सकारात्मक रही है. बैठक अच्छी रही और हमने फैसला किया है कि 3 दिसंबर को अगले दौर की बात चीत होगी. हम चाहते थे कि एक छोटी टीम के साथ बातचीच हो जाए लेकिन किसान नेता चाहते थे कि बात-चीत सभी के साथ हो. हमें इससे कोई समस्या नहीं है. 



ये भी पढ़ें- Farmers Protest: सरकार और किसानों के बीच बातचीत खत्‍म, 3 दिसंबर को दोबारा होगी बैठक
दिल्ली के विज्ञान भवन में 32 किसान संगठनों के साथ हुई मंगलवार की बातचीत में फौरी तौर पर कोई समाधान नहीं निकला. किसानों ने कहा, 'पहले लगा था की मोदी साहब इस कानून को डिफेम कर रहे थे, लेकिन फिलहाल सरकार इस वापस लेने दिख रही है.' किसानों ने ये भी कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बड़े नहीं है. 


किसान आंदोलन- 10 अपडेट
1- सरकार और किसानों के बीच मंगलवार की बैठक बेनतीजा रही.
2- कृषि भवन में किसानों के साथ सरकार की एक और बैठक हुई.
3- किसानों के साथ आगे भी बातचीत जारी रहने का ऐलान हुआ. 
4- किसानों ने दिल्ली के सभी खुले रास्ते ब्लॉक करने की चेतावनी दी.
5- किसानों ने ये भी कहा कि उनका आंदोलन फिलहाल जारी रहेगा. 
6- पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट पहुंचा किसान आंदोलन का मामला.
7- फिलहाल सरकार इस वापस लेने दिख रही है : किसान
8- दिल्ली के पांच प्रमुख बॉर्डर पर आज भी यातायात हुआ प्रभावित 
9- दिल्ली से नोएडा और नोएडा से दिल्ली जाने वालों को हुई परेशानी
10- सिंघु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी


(इनपुट - ANI से)