नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं  (Delhi Border) पर पिछले करीब दो महीनों से नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान अब संसद (Parliament of India) की ओर मार्च करने करेंगे. सोमवार को क्रांतिकारी किसान यूनियन के दर्शन पाल (Darshan Pal) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 1 फरवरी को दिल्ली के अलग-अलग स्थानों से संसद की ओर पैदल मार्च करने का ऐलान किया है.


'संसद मार्च' में होंगे ये इंतजाम


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दर्शन पाल ने आगे कहा कि 26 जनवरी को होने वाली ट्रैक्टर परेड 27 जनवरी की रात तक चलेगी. ऐसे में किसान 28 जनवरी तक पूरी तरह फ्री हो जाएंगे. और इसके बाद वे सभी पैदल संसद कूच की तैयारियों में जूट सकेंगे. इस दौरान मार्च में 3,000  वालंटियर शामिल होंगे. वहीं 1500 के करीब किसाल मार्च के दौरान ट्रैफिक कंट्रोल करेंगे ताकि आम जनता को परेशानी ना ही सके. इसके अलावा किसानों की तरफ से 100 एम्बुलेंस भी मार्च के दौरान चलेंगी.


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बजट वाले दिन होगा 'संसद मार्च'


बताते चलें कि नवंबर माह से हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक उन्होंने दिल्ली के अंदर दाखिल होने की कोई कोशिश नहीं की थी. हालांकि अब किसानों का कहना है कि वो संसद की ओर मार्च करेंगे. 1 फरवरी को संसद में बजट भी पेश किया जाना है. इस दिन सभी की निगाहें टीवी स्क्रीन पर होती हैं. ऐसे में किसानों ने इसी दिन को संसद मार्च के लिए चुना है.


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