श्रीनगर: तीन महीने से अधिक समय तक बंद रहने के बाद रेलवे ने कश्मीर में एक बार फिर रेल सेवा को शुरू किया है.अनुच्छेद 370 ( Article 370) को हटाने के बाद सोमवार को पहली बार श्रीनगर (Srinagar) से बारामूला के बीच रेलगाड़ी (Trains) दौड़ी. रेल सेवा बंद के होने की वजह से रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है मगर सुरक्षा कारणों से रेल सेवा को बंध रखना पड़ा. 


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दरअसल जम्मू-कश्मीर में अनुछेद 370 हटने के बाद रेलवे अधिकारियों ने सुरक्षा की दृष्टि से 5 अगस्त को जम्मू के बानिहाल से उत्तरी कश्मीर के बारामूला तक चलने वाली रेल सेवा को बंद कर दिया था. 


सोमवार को सुरक्षा समीक्षा के बाद श्रीनगर से बारामूला तक इसको एक ट्रायल रन के जरिए शुरू किया गया. रेलवे अधिकारीयों ने इसे कश्मीर के लोगों की लाइफ लाइन कहते हुए कहा कि लोगों को चाहिए इसकी सुरक्षा वे खुद करे.  


रेलवे के एरिया मैनजेर सुधीर कुमार ने कहा, 'कश्मीरियों के लिए, ट्रेन एक जीवन रेखा है. कम समय में यात्रा करने के लिए यह एक सस्ता माध्यम भी है. हमारी ट्रेनें सुरक्षित हैं और पटरियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है.' 


रेल सेवा को फिर से शुरू करने का आम लोगों ने स्वागत किया है क्योंकि सड़क के जरिए अपना दैनिक जीवन के कामों में उनको दिखाते आती हैं मगर रेल ने उनके जीवन को आसान किया हैं.


कश्मीर में रोज हजारों की संख्या में लोग ट्रेन से सफर करते हैं. यह सफर सड़क के मुकाबले काफी सस्ता है. एक अनुमान के तहत ट्रेन से लगभग 30,000 मुसाफिर, सप्ताह में 6 दिन, ज्यादातर छात्र और कर्मचारी बनिहाल और बारामूला के बीच सफर करते हैं.


एक स्थानीय नागरिक गुलाम मुस्तफा ने कहा, 'ट्रेन हमें कई तरह से फायदा पहुंचाती है. इससे हमारा समय बचता है, इसके बंद रहने की वजह से हमें यात्रा करने में मुश्किल हो रही थी. हमें खुशी है कि सेवा फिर से शुरू हो गई है .