PM CARES Fund received Rs 912 crore: प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और आपातकालीन स्थिति राहत कोष (पीएम केयर्स फंड) के वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 912 करोड़ रुपये का योगदान मिला, क्योंकि कोविड महामारी के बाद भी दान आना जारी रहा.
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PM Care Fund: प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपातकालीन राहत कोष (पीएम केयर्स फंड) को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड महामारी के बाद भी राहत कोष के लिए लोगों ने बढ़-चढ़कर दान दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022-23 के दौरान पीएम केयर्स फंड में 912 करोड़ रुपये जमा हुए हैं.
कहां से मिले इतने पैसे?
पीएम केयर्स फंड को 2022-23 के दौरान स्वैच्छिक योगदान के रूप में 909.64 करोड़ रुपये और विदेशी योगदान के रूप में 2.57 करोड़ रुपये मिले, जो कि नवीनतम वर्ष है जिसके लिए ऑडिट किए गए खाते सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध हैं. 912 करोड़ रुपये के दान के अलावा, फंड को ब्याज आय के रूप में 170.38 करोड़ रुपये भी मिले, जिनमें से 154 करोड़ रुपये नियमित खातों पर ब्याज से और 16.07 करोड़ रुपये विदेशी योगदान खाते से आए. इसे विभिन्न स्रोतों से रिफंड के रूप में लगभग 225 करोड़ रुपये भी मिले, जिसमें केंद्र/राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा संचालित सरकारी अस्पतालों को 50,000 ‘मेड इन इंडिया’ वेंटिलेटर की खरीद से रिफंड (202 करोड़ रुपये) भी शामिल है.
कहां खर्च हुआ पीएम केयर्स फंड?
अब बात कि इस फंड के खर्च की. पीएम केयर्स फंड ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान कुल 439 करोड़ खर्च किए. इसमें बच्चों के लिए पीएम केयर्स से 346 करोड़ रुपये दिए गये. करीब एक लाख ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद के लिए 91.87 करोड़ रुपये खर्च किए गए. 1.51 करोड़ रुपये वापस किए गए. और कानूनी शुल्क पर 24,000 रुपये और बैंक शुल्क और SMS शुल्क पर 278 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
अभी तक कितना मिला है पैसा?
अगर थोड़ा और पीछे चला जाए तो पीएम केयर्स फंड के रिसिप्ट एंड पेमेंस अकाउंट्स से पता चलता है कि 2019-2020 के दौरान, 40 लाख रुपये की विदेश डोनेशन प्राप्त हुई, जबकि 2020-2021 में 494.92 करोड़ और 2021-2022 में 40.12 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं. जानकारी के लिए बता दें कि पीएम केयर फंड को पंजीकरण अधिनियम, 1908 के तहत 27 मार्च, 2020 को नई दिल्ली में एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया था. देश में कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के तीन दिन बाद 27 मार्च, 2023 को इसे शुरू किया गया था.