MP: बाढ़ के कहर से अब तक 24 की मौत, रेस्क्यू में लगी आर्मी, IAF और NDRF की टीम
मध्य प्रदेश के कई इलाके इन दिनों भीषण बाढ़ का प्रकोप झेल रहे हैं. खासकर चंबल और ग्वालियर में बाढ़ का ज्यादा प्रकोप है. बाढ़ से अब तक राज्य में 24 लोगों की मौत हो गई है.
भोपाल: मध्य प्रदेश के कई जिले इन दिनों भीषण बाढ़ को झेल रहे हैं. खासकर चंबल और ग्वालियर क्षेत्र में बाढ़ का ज्यादा प्रकोप है. बाढ़ से अब तक राज्य में 24 लोगों की मौत हो गई है. राज्य के अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ के हालातों में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगातार युद्ध स्तर पर बचाव और राहत कार्य जारी है.
प्रदेश के राजस्व सचिव ज्ञानेश्वर पाटिल के मुताबिक राज्य में बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. अब तक यहां 24 लोगों की जान गई. मौत का ये आंकड़ा 1 से 7 अगस्त तक का है. बता दें शुक्रवार तक मौतों की संख्या 12 दर्ज की गई थी. लेकिन शनिवार को इसमें इजाफा हुआ और ये संख्या 24 पहुंच गई.
बाढ़ के हालात चिंताजनक
इस हफ्ते की शुरुआत से ही मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्सों में बाढ़ की स्थिति चिंताजनक हो गई थी. यहां के 1,250 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं. प्रभावित जिलों की बात करें तो ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, अशोकनगर, गुना, भिंड और मुरैना जिलों में हफ्ते भर से लगातार बारिश हो रही थी. गुरुवार के बाद से यहां बारिश से थोड़ी राहत तो मिली है लेकिन हालात पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं.
NDRF और वायु सेना की टीम एक्टिव
डिवीजनल कमिशनर आशीष सक्सेना ने कहा है कि ग्वालियर और चंबल में अभी तक बाढ़ की वजह से कोई जानलेवा स्थिति नहीं है. अधिकारी के मुताबिक बाढ़ में फंसे करीब 50 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. वहीं एनडीआरएफ और वायु सेना की टीमें बचाव अभियान के लिए अशोक नगर पहुंच गई हैं. इसके साथ सेना की टुकड़ी भी इन इलाकों में पहुंचने वाली है.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने एक ट्वीट करते हुए लिखा 'आज सुबह गुना, अशोकनगर, विदिशा जिलों में बाढ़ की स्थिति और लगातार जारी रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली है.आज सुबह भारतीय वायु सेना और सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो चुका है.'
मौसम विभाग का अनुमान
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भोपाल के सीनियर मौसम विज्ञानी P K Saha ने बताया ग्वालियर डिवीजन के अशोक नगर और गुना जिलों बीते 24 घंटों में 32 मिमी. से 164.1 मिमी. बारिश हुई है लेकिन अब ग्वालियर और चम्बल में बाढ़ के हालत सुधरने की संभावना है.
गौरतलब है कि इस दौरान मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी बीते शनिवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों से मुलाकात की थी.
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