नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने मेडिकल के फर्जी बिल बनाने और सरकार से उन फर्जी बिल पर क्लेम लेने के आरोप में राजस्थान के शिव नारायण जोशी और दूसरे आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंटरी चार्जशीट दाखिल की है. ईडी की जांच के मुताबिक शिव नारायण जोशी ने अपने बेटे के इलाज के नाम पर फर्जी बिल बनाकर सरकार से 2.65 करोड़ की धोखाधड़ी की. इन फर्जी बिलों के आधार पर शिव नारायण को जो पैसा मिला था. उसमें से कुछ पैसों को इलाज का नाम पर रखकर बाकी पैसा दूसरे आरोपियों लोकेश पालीवाल और कन्हैया लाल कुमावत के खातों में ट्रांसफर कर दिया. 


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ईडी ने मनी लॉड्रिंग का ये मामला जयपुर में दर्ज मामले के आधार पर दर्ज किया था और आरोपी शिवनारायण जोशी, पुष्पा जोशी और अमित जोशी के खिलाफ मार्च 2018 में जयपुर की स्पेशल PMLA कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. ईडी ने आरोपियों की 63.62 लाख की संपति भी मनी लाड्रिंग के तहत अटैच की थी. चार्जशीट दाखिल करने के बाद ईडी ने अदालत में अटैच संपति को जब्त करने की याचिका भी लगाई थी. 


अब इस मामलें में ईडी ने जांच पूरी होने के बाद दूसरी चार्जशीट दाखिल की है और आरोपियों की करीब 50 लाख की संपति, जिसमें शिव नारायण और पत्नी पुष्पा के नाम LIC और बाकी आरोपी लोकेश और कन्हैया के नाम संपति को जब्त करने की सिफारिश की है.