Snowfall in Himachal: कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में बर्फ पड़ने लगी है, जिससे मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है. हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, लाहौल और स्पीति जिलों के ऊंचे इलाकों में शनिवार को रुक-रुक कर बर्फबारी हुई, जिससे आठ हफ्ते का सूखा खत्म हो गया और आसपास के इलाकों में शीतलहर तेज हो गई. वहीं जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग और गुरेज वैली में भी बर्फबारी हुई.


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कुल्लू जिलों के सोलंग, मारी, गुलाबा और रोहतांग और लाहौल और स्पीति के कोकसर और सिस्सू में बर्फबारी से किसानों, बागवानों और होटल कारोबारियों के चेहरे पर खुशी दौड़ गई, क्योंकि सूखे की वजह से सर्दियों की फसलें प्रभावित हुई थीं और टूरिज्म सेक्टर हुआ था.


अटल टनल के पास बर्फबारी


अटल टनल और अन्य इलाकों में बर्फबारी हुई, जिसके वीडियोज वायरल हो रहे हैं. लाहौल और स्पीति पुलिस ने यात्रियों को अनावश्यक यात्रा करने से बचने और बर्फ में वाहन चलाते समय सतर्क रहने की सलाह दी है. ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद मनाली में अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 24 घंटों में 2.5 डिग्री की गिरावट है. 



जनजातीय लाहौल और स्पीति में ताबो रात में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 8.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. 1 अक्टूबर से 23 नवंबर तक मॉनसून के बाद की बारिश में कमी 98 प्रतिशत रही, क्योंकि इस क्षेत्र में 38.4 मिमी की सामान्य वर्षा की तुलना में 0.7 मिमी औसत बारिश हुई. 


बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, सिरमौर और सोलन जिलों में 100 प्रतिशत कम बारिश हुई, जबकि लाहौल और स्पीति, किन्नौर और शिमला जिलों में 99 प्रतिशत और कांगड़ा और मंडी जिलों में 96 और 90 प्रतिशत की कमी रही. स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने 24 से 29 नवंबर तक निचले, मध्य और ऊंचे पहाड़ों में शुष्क मौसम और 26 और 27 नवंबर को सुबह के समय बिलासपुर के भाखड़ा और मंडी के बल्ह घाटी के जलाशय क्षेत्र में घना कोहरा छाए रहने की भविष्यवाणी की है.


दिल्ली में कम नहीं हो रहा प्रदूषण


दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को एक बार फिर 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई और एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 412 रहा जबकि अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार अलीपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, चांदनी चौक, डीटीयू, द्वारका, जहांगीरपुरी, मंदिर मार्ग, नरेला, नेहरू नगर, पटपड़गंज, रोहिणी, पंजाबी बाग, वजीरपुर और मुंडका सहित 20 निगरानी स्टेशनों में एक्यूआई 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जोकि 'गंभीर' श्रेणी में आता है. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार शाम चार बजे तक शहर का 24 घंटे का औसत एक्यूआई 412 रहा.


पुलिस ने ताबड़तोड़ काटे चालान


दिल्ली में एक अक्टूबर से 22 नवंबर तक वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) नहीं रखने वाले 1.64 लाख से अधिक वाहनों के चालान काटे गए हैं. वाहनों के काटे गए इन चलान की कुल राशि 164 करोड़ रुपये है. इस साल कुल 3.87 लाख वाहनों के चलान काटे गए हैं. बिना पीयूसीसी के वाहन चलाने पर 10,000 रुपये का चालान है. पुलिस ने इस शीत ऋतु में 10 वर्ष पुराने पेट्रोल और 15 वर्ष पुराने डीजल के 6,531 वाहन जब्त किए हैं. पुलिस ने सर्दी के इस मौसम में उचित तरह से ढंके बिना निर्माण एवं अन्य संबंधित सामग्रियां ले जा रहे 872 वाहनों के चलान काटे हैं.