पुणे: एफटीआईआई के छात्रों ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने की गुहार लगाई। छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप कर हल निकालने की अपली की है। छात्रों का कहना है कि विवाद को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संस्थान का दौरा करना चाहिए। गौरतलब है कि एफटीआईआई के छात्र पिछले 71 दिनों से बीजेपी सांसद गजेंद्र चौहान की संस्थान के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एफटीआईआई स्टूडेंट्स एसोसिएशन ( एफएसए) के प्रतिनिधि विकास उर्स का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस जारी विवाद को सुलझाने के लिए  एफटीआईआई का दौरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के सभी छात्र उनकी समस्याओं के प्रति सरकार की अंसवेदनशीलता के कारण खतरा महसूस कर रहे हैं। अगर यह जारी रहा तो छात्रों को और मजबूती से हड़ताल करनी चाहिए।


गौरतलब है कि संस्थान के निदेशक प्रशांत पाथराबे को उनके चैंबर में रोके रखने के बाद दंगा करने के आरोपों में उर्स समेत पांच छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद सरकार ने गतिरोध समाप्त करने के लिए सूचना एवं प्रसारण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल गठित किया। पुणे की एक अदालत ने छात्रों को बुधवार को जमानत पर रिहा कर दिया था।


हड़ताल कर रहे एक छात्र ने कहा, ‘ हम यह देखने के लिए काफी उत्सुक हैं कि वे (अधिकारी) किस एजेंडे के साथ आएंगे। हमें कोई अंदाजा नहीं है। छात्रों के निकाय को यह नहीं बताया गया है कि प्रतिनिधिमंडल आ रहा है। हमें यह सब मीडिया से पता चल रहा है। हमें अब भी उपयोगी वार्ता की उम्मीद है।’


एक अन्य छात्र ने कहा, ‘हम वार्ता के लिए तैयार हैं। हम पहले ही दिन से वार्ता के लिए तैयार रहे हैं और अंतत: मंत्रालय को यह समझ आ गया कि हमें वार्ता की मेज पर बैठकर मुख्य मुद्दों पर बातचीत करनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि अधिकारी खुले दिमाग के साथ आएंगे और हमें उपयोगी बातचीत होने की उम्मीद है।’


पाथराबे ने आरोप लगाया कि करीब 40 छात्रों ने उन्हें ‘प्रताड़ित किया, उन्हें डराया, उन्हें धक्का दिया और उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किया।’ ऐसा बताया जा रहा है कि छात्र 2008 बैच के अधूरे डिप्लोमा फिल्म प्रोजेक्ट का आकलन करने के पाथराबे के निर्णय से गुस्से में थे। गौरतलब है कि गजेंद्र चौहान की नियुक्ति को लेकर छात्र 12 जून से हड़ताल पर हैं और उन्होंने कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया है। इसकी वजह से एफटीआईआई में शैक्षणिक गतिविधियां बाधित हो गई हैं।