Gangster Anil Dujana Crime History: यूपी एसटीएफ (UP STF) ने कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना उर्फ अनिल नागर को मेरठ में एक एनकाउंटर में मार गिराया है. ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र का रहनेवाला अनिल दुजाना आतंक का दूसरा नाम था और पश्चिमी उत्तर प्रदेश उसके नाम से थर्राता था. अनिल दुजाना क्राइम जगत का ऐसा नाम था, जिसके नाम से पुलिस भी कांपती थी और उसे कोर्ट में पेशी के दौरान बुलेटप्रूफ जैकेट और हाथों में हथकड़ लगाकर ले जाती थी. अनिल दुजाना के ऊपर मर्डर के 18 केस समेत कुल 62 केस दर्ज थे और उस पर 75 हजार रुपये के इनाम था.


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साइकिल चोरी से हुई थी क्राइम की शुरुआत


अनिल दुजाना (Anil Dujana) की गैंगस्टर बनने की कहानी साल 2002 में शुरू हुई थी, जब उसके गांव के ही एक शख्स ने साइकिल चोरी का आरोप लगाकर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर के बाद पुलिस ने अनिल नागर को गिरफ्तार किया और यहीं से एक सीधे-सादे लड़के ने क्राइम की दुनिया में कदम रख दिया. जेल जाने के बाद उसने अपने नाम से नागर सरनेम हटा दिया और अपने गांव का नाम सरनेम में जोड़ लिया.


जेल से छूटने के बाद लूट, रंगदारी और जमीन पर कब्जा


अनिल दुजाना (Anil Dujana) ने जेल से निकलने के बाद पैसे लेकर जमीन पर कब्जा दिलाने और लूट की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया. इसके साथ ही अनिल दुजाना लूट और रंगदारी मांगने म भी माहिर हो चुका था. इसके बाद एनसीआर समेत पश्चिमी यूपी में में अनिल दुजाना का नाम चलने लगा और इसी बीच उसका संपर्क गैंगेस्टर नरेश भाटी से हुआ.


सुंदर भाटी पर बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां


साल 2004 में गैंगस्टर नरेश भाटी को भारी सुरक्षा के बावजूद माफिया सुंदर भाटी ने मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद उसके भाई रणदीप ने सुंदर भाटी की हत्या की कसम खा ली और इसमे उसकी मदद के लिए उसका मामा अमित कसाना सामने आया. अमित कसाना और अनिल दुजाना की अच्छी दोस्ती थी और इसी वजह से दोनों साथ आ गए. सुंदर भाटी को मारने के लिए साल 2012 अनिल दुजाना, अमित कसाना और रणदीप भाटी ने प्लान बनाया. तीनों ने गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई, लेकिन वह बच निकला. इस घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी.


सुंदर भाटी और अनिल दुजाना की सीधी दुश्मनी


इसके बाद अनिल दुजाना ने ग्रेटर नोएडा के खेड़ी गांव के प्रधान जयचंद की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद वह जेल से ही अपना गैंग ऑपरेट करने लगा और सुंदर भाटी को मारने की प्लानिंग करने लगा. इस बीच साल 2014 में सुंदर भाटी गैंग ने अनिल दुजाना के छोटे भाई जय भगवान की गोली मारकर हत्या कर दी और दोनों गैंग के बीच गैंगवार बढ़ गया. इसके बाद अनिल दूजाना ने पूर्वांचल के गैंगेस्टर मुन्ना बजरंगी को सुंदर भाटी की हत्या करने के लिए एक करोड़ की सुपारी दे डाली. मुन्ना बजरंगी  ने कोर्ट में पेशी के दौरान सुंदर भाटी को मारने की योजना बनाई थी, लेकिन यह प्लान कामयाब नहीं हो सका. इसके बाद भी अनिल दुजाना गैंग और सुंदर भाटी गैंग के बीच कई बार गैंगवार हुए और कई लोगों की मौत हुई.


अनिल दुजाना ने कोर्ट में पेशी के दौरान की सगाई


अनिल दुजाना ने साल 2019 में कोर्ट में पेशी के दौरान कोर्ट रूम में ही बागपत की रहने वाली पूजा को अंगूठी पहनाकर सगाई की थी. जब दुजाना को कोर्ट में पेश किया गया, तब पूजा दुल्हन की तरह तैयार होकर कोर्ट पहुंची और फिर दोनों ने एक-दूसरे को अंगूठी पहनाकर सगाई की. इसके 2 साल बाद 2021 में जब अनिल दुजाना जमानत पर रिहा हुआ तब उसने शादी की.