Adani shares crashed: इन दिनों देश में हिंडनबर्ग रिपोर्ट की चर्चा हर कोई कर रहा है. आपको बता दें कि इस रिपोर्ट ने गौतम अडानी को दुनिया के टॉप 10 अमीरों की लिस्ट से बाहर ही नहीं किया बल्कि इस रिपोर्ट से अडानी समूह को लाखों करोड़ का घाटा भी कराया है. हर रोज अडानी के शेयरों में गिरावट दर्ज की जा रही है. लाख सफाई पेश करने के बाद भी गौतम अडानी की कंपनियों को लगातार घाटे का सामना करना पड़ रहा है. अब इस मामले में रिर्जव बैंक ने भी अलर्ट मोड पर काम करना शुरू कर दिया है. भारतीय रिर्जव बैंक ने देश के अन्य बैंकों से अडानी समूह से जुड़ी एक जानकारी मांगी है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्रीय बैंक ने सभी बैंको को आदेश दिया है कि वो अडानी समूह को दिए जाने वाले कर्ज का ब्यौरा पेश करें यानी सभी बैंक बताएं कि उन्होंने अडानी समूह को कितना कर्ज दिया है.


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20 हजार करोड़ के FPO कैंसिल


आपको बता दें कि अडानी ग्रुप पर भारतीय बैंको का कुल 80 हजार करोड़ का कर्ज लदा हुआ है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने अडानी के साथ बैंकों के सामने भी मुश्किल खड़ी की है. बैंकों के निवेशक इस समय चिंता में हैं हालांकि बैंक उनकी टेंशन को दूर करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. आपको जानकार हैरानी होगी कि पिछले बुधवार (01/02/2023) को एक बड़ी घटना देखने को मिली है. अडानी ग्रुप को 20 हजार करोड़ के FPO को कैंसिल करना पड़ा. इसके अलावा रिटेलनिवेशक भी अडानी समूह के शेयरों को तेजी से बेच रहे हैं.



नाथन एंडरसन ने बनाया है हिंडनबर्ग


आपको बता दें कि हिंडनबर्ग अमेरिका की एक वित्तीय शोध कंपनी है जिसे साल 2017 में नाथन एंडरसन ने बनाया था. यह कंपनी इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट की रीडिंग की एनालिस करती है. हिंडनबर्ग का आरोप है कि अडानी समूह लंबे समय से अपने कस्टमर के साथ धोखाधड़ी कर रही है. कंपनी का कहना है कि अडानी समूह के शेयर ओवर प्राइज हैं. रिपोर्ट पर अडानी समूह ने प्रतिक्रिया दी है और इसे पूरी तरह से गलत बताया है.


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