गौतमबुद्धनगर: गौतमबुद्धनगर (Gautam Budh Nagar) के डीएम सुहास एल.वाई. (DM Suhas LY) ने गुरुवार को सभी जिले के सभी नागरिकों के लिए एक खुला पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने सभी से कोरोना के खिलाफ इस अभियान में सहयोग करने के अपील की है। जिलाधिकारी ने पत्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ चल रही लड़ाई और जिला प्रशासन के अब तक के प्रयासों का जिक्र किया है.


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डीएम का पत्र ऐसे समय में आया है, जब हाल ही में ग्रेटर नोएडा स्थित सुपरटेक इकोविलेज प्रथम में कोरोना संक्रमित दो मरीज मिलने के बाद पूरी सोसाइटी को सील कर दिया गया था. जिसे लेकर सोसाइटी के लोगों और जिला प्रशासन के बीच विवाद हुआ था.


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डीएम सुहास एल. वाई. ने पत्र में लिखा है, हमारी भौगोलिक परिस्थितियों के कारण भी बड़ी चुनौतियां रही हैं. हम सराहना करते हैं कि हमारे आसपास के सभी स्थानीय प्रशासन भी अपने क्षेत्रों में होने वाली विशिष्ट चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं. हम यह भी समझते हैं कि कुछ हद तक नागरिकों को अंतराज्यीय सीमाओं और नियमों के कारण भी परेशानी हुई है.


उन्होंने पत्र में लिखा है, कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के आंकड़ों और उसकी दर का अध्ययन करने के बाद ये फैसले लेने पड़े. लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि हमारे स्वास्थ्य से बढ़कर किसी भी परेशानी की कीमत ज्यादा नहीं हो सकती. हम इस बात का भी ध्यान रख रहे हैं कि जिले और राज्य स्तर पर ऐसे फैसले लिए जाएं, जिनसे आम नागरिकों के जीवन और उनके स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सके.


डीएम ने अपने पत्र में यह भी लिखा, गौतमबुद्धनगर जिले में 10,000 में से 5000 लोगों का कोरोनावायरस का टेस्ट करवाया जा चुका है, जो राष्ट्रीय दर के मुकाबले दोगुना से भी ज्यादा है. स्वास्थ्य विभाग जिले में काम कर रही प्राइवेट लैब से इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के नियम और कायदों का पूरी तरह पालन करवा रहा है. ताकि इन प्रयोगशालाओं में आने वाली रिपोर्ट में किसी तरीके की कमी न निकले.


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