बहुत याराना है क्या? जॉर्ज सोरोस की 15 साल पुरानी `दोस्ती` पर घिर गए शशि थरूर, अब क्या बोले
Shashi Tharoor: थरूर ने बीजेपी और सोशल मीडिया पर अपने आलोचकों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह पूरा विवाद सिर्फ एक बेतुके आरोप पर आधारित है. उन्होंने कहा कि इस पर सवाल उठाना बेबुनियाद है. आखिर क्या है मामला?
George Soros News: भारत की राजनीति में इन दिनों जॉर्ज सोरोस को लेकर जबरदस्त बवाल मचा हुआ है. संसद के अंदर और बाहर प्रदर्शन जारी हैं. एक तरफ विपक्षी दल केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी ने अब जॉर्ज सोरोस को लेकर कांग्रेस पर धावा बोल दिया है. इसी बीच कांग्रेस सांसद शशि थरूर का एक 15 साल पुराना ट्वीट चर्चा का केंद्र बन गया है, जिसमें उन्होंने अमेरिकी निवेशक और कारोबारी जॉर्ज सोरोस को पुराना दोस्त कहा था. इस पर वे बुरी तरह फंस गए तो उन्होंने सफाई दी है.
15 साल पुराने ट्वीट पर विवाद
असल में हुआ यह कि थरूर के 26 मई 2009 के ट्वीट का स्क्रीनशॉट हाल ही में ट्विटर पर वायरल हो गया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि अपने पुराने दोस्त जॉर्ज सोरोस से मिला. वह भारत को लेकर काफी उत्साहित नजर आए और पड़ोसियों को लेकर उनके मन में जिज्ञासा थी. वह सिर्फ एक निवेशक से कहीं अधिक हैं. सोरोस विश्व के एक चिंतित नागरिक हैं.' इस ट्वीट के बाद बीजेपी ने थरूर और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जॉर्ज सोरोस के साथ उनके 'गहरे संबंध' हैं.
आखिर में शशि थरूर ने दी सफाई
वायरल हो रहे इस ट्वीट पर सफाई देते हुए शशि थरूर ने कहा कि उनका सोरोस के साथ केवल एक सामाजिक रिश्ता था. उन्होंने लिखा कि मैंने सोरोस को UN में अपने कार्यकाल के दौरान न्यूयॉर्क में एक ईमानदार और अंतरराष्ट्रीय सोच रखने वाले व्यक्ति के रूप में जाना. वह सामाजिक अर्थों में मेरे मित्र थे. मैंने उनसे या उनकी किसी संस्था से कभी कोई आर्थिक मदद नहीं मांगी या ली.
हरदीप पुरी के घर पर आखिरी मुलाकात
थरूर ने यह भी कि कहा कि इस ट्वीट के बाद वह केवल एक बार और सोरोस से मिले. यह मुलाकात न्यूयॉर्क में तत्कालीन भारतीय राजदूत और अब केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के घर पर हुई थी. थरूर ने लिखा कि मैं विदेश राज्य मंत्री के रूप में न्यूयॉर्क का दौरा कर रहा था, और हरदीप पुरी ने रात्रिभोज पर चर्चा के लिए कई प्रमुख अमेरिकियों को आमंत्रित किया था. यह पूरी तरह से उचित था. तब से मैंने सोरोस से संपर्क नहीं किया है.
ट्रोल फैक्ट्री पर साधा निशाना
इतना ही नहीं थरूर ने बीजेपी और सोशल मीडिया पर अपने आलोचकों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह पूरा विवाद सिर्फ एक बेतुके आरोप पर आधारित है. उन्होंने कहा कि मुझे संदेह नहीं था कि ट्रोल फैक्ट्री इस 15 साल पुराने ट्वीट का उपयोग करके राजनीतिक मुद्दा बनाएगी. लेकिन मेरा यह संबंध कभी भी राजनीतिक नहीं था और इस पर सवाल उठाना बेबुनियाद है.
फिलहाल जॉर्ज सोरोस को लेकर चल रहे विवाद के बीच थरूर ने सफाई दी है लेकिन बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर बनी हुई है. यहां तक कि संसद के शीतकालीन सत्र में भी जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर हंगामा मच गया. बीजेपी बार-बारे आरोप लगा रही कि कांग्रेस के जॉर्ज सोरोस के साथ पुराने संबंध हैं औरवे भारत की सरकार को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.