नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक पति की शिकायत का लंबा इंतजार खत्म होने के बाद उसकी शिकायत की जांच करने के लिए एक मेडिकल बोर्ड बनाया गया है. इस केस के शिकायतकर्ता का कहना है कि उसकी पत्नी ने अपने पीरियड्स यानी माहवारी के खून को खाने में मिलाकर दिया, जिससे उसे गंभीर संक्रमण हो गया. जिसकी वजह से उसकी जान जाते जाते बची है.


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पीड़ित पति ने पिछले साल 12 जून,2020 को अपनी पत्नी और उसके माता-पिता के खिलाफ कवि नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.


मेडिकल बोर्ड के सामने चुनौती


मामला काफी समय से पुलिस के पास होने के बाद अब हुए इस फैसले पर इस पति ने राहत की सांस ली है. दरअसल शिकायत के आने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने जिला चिकित्सा अधिकारी (CMO) को चिट्ठी लिखकर इस मामले में रिपोर्ट मांगी थी. अब इन आरोपों की जांच के लिए अब चार सदस्यीय मेडिकल टीम का गठन किया गया है. इस बोर्ड की रिपोर्ट के बाद गाजियाबाद पुलिस आगे की कार्यवाई तय करेगी. दरअसल मामला पुराना है लेकिन उस समय की मेडिकल रिपोर्ट्स के आधार पर इस मामले में किसी नतीजे पर पहुंचना इस मेडिकल बोर्ड के लिए आसान नहीं होगा.


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टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस पति ने अपने दावों को पुष्ट करने के लिए मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी है. पीड़ित की शिकायत पर कवि नगर पुलिस स्टेशन में पत्नी और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ आईपीसी की धारा 328 और 120बी यानी आपराधिक साजिश के तहत केस दर्ज किया गया है.


'इस वजह से दिया खून वाला खाना'


शिकायतकर्ता ने दावा किया कि जब उन दिनों खाना खाने के बाद वो अप्रत्याशित रूप से बीमार पड़ा तो कंप्लीट मेडिकल टेस्ट करवाया. टेस्ट की मेडिकल रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि संक्रमण की वजह से ही उसके शरीर में सूजन है. शिकायतकर्ता पति की शादी 2015 में हुई थी.


शिकायत के मुताबिक, पत्नी बार-बार सास-ससुर से अलग रहने की जिद करती थी, लेकिन उसक पति अपने माता-पिता को छोड़कर जाने तैयार नहीं हुआ. इससे बाद छोटी-छोटी बातों पर शुरू हुई तकरार झगड़े में तब्दील हुई, जिसके बाद मामला उलझते उलझते नौबत यहां तक आ पहुंची.


'जहर देने का आरोप'


आपको बताते चलें कि पिछले साल भी ये मामला सुर्खियों में था. तब भी पीड़ित शख्स ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर कई संगीन आरोप लगाए थे. तब उसने ये भी कहा था कि पत्नी और ससुरालवालों ने उसे खाने में जहर देकर मारने की कोशिश भी लेकिन किस्मत का साथ मिलने और सतर्क होने की वजह से वो बच गया.


फोन की बातचीत हुई थी रिकार्ड


इस मामले में पति का ये भी कहा, 'बहू के रोज-रोज के झगड़े से तंग आकर मेरे माता-पिता अपना घर छोड़कर रिश्तेदारों के साथ रहने चले गए. इसके बाद ही पत्नी ने उसके भोजन में मासिक धर्म का खून मिला दिया और उसे रात के खाने के लिए दिया.'


जब इस शख्स से पूछा गया कि उसे इस बारे में कैसे पता चला, तो उसने बताया कि उसने अपनी पत्नी और उसकी मां के बीच एक रिकॉर्डेड फोन पर बातचीत की थी. मामले में एक साल की जांच के बाद जब पुलिस ने CMO को पत्र लिखा तो एक बार फिर ये मामला सुर्खियों में आते हुए वायरल हो रहा है.