Mukhtar Ansari: कौन थे कपिल देव सिंह, जिनकी हत्या के केस में मुख्तार अंसारी पर आज आएगा कोर्ट का फैसला
Mukhtar Ansari in Kapil Dev Singh Murder Case: गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के भविष्य पर आज बड़ा कानूनी फैसला सामने आ सकता है. गाजीपुर के कपिल देव सिंह हत्याकांड में 14 साल बाद कोर्ट आज फैसला सुनाने जा रही है.
Ghazipur MP MLA Court Verdict Against Mukhtar Ansari: गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ अहमद के एनकाउंटर के बाद आज एक और बाहुबली मुख्तार अंसारी की किस्मत पर बड़ा फैसला होना है. करीब 14 साल बाद गाजीपुर के कपिल देव सिंह हत्याकांड में आज कोर्ट अपना फैसला सुनाने वाली है. हालांकि इस केस के मूल मामले से मुख्तार पहले ही बरी हो चुका है लेकिन यह फैसला उस पर लगे गैंगस्टर ऐक्ट से जुड़ा है.
कौन थे कपिल देव सिंह?
रिपोर्ट के मुताबिक कपिल देव सिंह (Kapil Dev Singh Murder Case) गाजीपुर में करंडा थाना करंडा थाना क्षेत्र के सुआपुर गांव में रहते थे. वे पहले टीचर थे. अपनी सादगी, मृदु व्यवहार और सबसे अच्छे संबंध की वजह से वे लोगों में खासे मशहूर थे. टीचिंग से रिटायर होने के बाद वे गांव में परिवार के साथ जीवन गुजार रहे थे.
मृदु स्वभाव बन गया जान का दुश्मन
वर्ष 2009 में गांव में एक दबंग व्यक्ति के घर पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई की. जब कुर्क हुए सामान की लिस्ट बनाने और आम गवाह की जरूरत पड़ी तो किसी ने रिटायर्ड टीचर कपिल देव सिंह (Kapil Dev Singh Murder Case) को बुलाने की सलाह दे दी. पुलिस के आग्रह पर वे कुर्की स्थल पर पहुंचे और गवाह के रूप में लिस्ट बनाने में सहयोग किया. चूंकि वे स्वभाव से मृदुभाषी थे. इसलिए कुर्की की कार्रवाई के दौरान भी वे पुलिस के साथ सहज बने रहे.
मुखबिरी के शक में कर दी हत्या
सूत्रों के मुताबिक उस वक्त मौके पर मौजूद दबंग के परिवार को लगा कि कपिल देव सिंह (Kapil Dev Singh Murder Case) पुलिस से मिला है और उसी ने उनकी मुखबिरी की है. इसके बाद योजना बनाकर कपिल देव सिंह की हत्या कर दी गई. इस घटना के वक्त गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) जेल में बंद रहकर अपना गैंग चला रहा था. उसी वर्ष 2009 में मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के मीर हसन ने मुख्तार अंसारी पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया था.
जांच के दौरान जोड़ा गया नाम
इस हत्याकांड की शुरुआती एफआईआर में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का नाम शामिल नहीं था. लेकिन बाद में जब जांच अधिकारी को मामले में सबूत मिले तो चार्जशीट में मुख्तार का नाम जोड़ लिया गया. कपिल देव सिंह हत्याकांड और मीर हसन के मामले को मिलाकर वर्ष मुख्तार अंसारी पर वर्ष 2010 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया.
पहले ही पूरी हो चुकी है बहस
फिलहाल मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari), कपिल देव सिंह हत्याकांड के मूल मामले में बरी हो चुका है. हालांकि गैंगस्टर एक्ट के तहत चल रहे मामले में आज फैसला आने की संभावना जताई जा रही है. इस मामले में बहस पहले ही पूरी हो चुकी है. इस मामले में ग़ाज़ीपुर की MP-MLA कोर्ट आज अपना फैसला सुना सकती है.
फिलहाल जेल में बंद है बाहुबली
बताते चलें कि एक समय यूपी में खौफ का पर्याय रहा मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) फिलहाल जेल में बंद है. उस पर हत्या, लूट, रंगदारी, अपहरण समेत दर्जनों मामले दर्ज हैं. उनमें से 4 मामलों में उसे सजा सुनाई जा चुकी है. कुछ अरसा पहले कोर्ट ने बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में मुख्तार अंसारी को 10 साल कैद की सजा सुनाई थी. वह कई बार विकास दुबे की तरह अपने एनकाउंटर की आशंका जता चुका है.