नई दिल्‍ली: वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद को गुरुवार को श्रीनगर हवाईअड्डे पर बाहर निकलने से रोक दिया गया. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद ने कुछ घंटे बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की कड़ी आलोचना की. वह जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त करने और राज्य के बंटवारे के केंद्र सरकार के फैसले पर कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक करने पहुंचे थे.


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दिल्‍ली लौटकर उन्‍होंने अनुच्‍छेद 370 की शक्‍त‍ियों को खत्‍म करने और जम्‍मू-कश्‍मीर पुनर्गठन बि‍ल की कड़ी आलोचना की. उन्‍होंने जम्‍मू-कश्‍मीर पुनर्गठन बि‍ल को काला कानून बताया. गुलाम नबी आजाद ने कहा, बीजेपी ने कश्‍मीर को खत्‍म कर दिया है.
घाटी में सन्‍नाटा पसरा हुआ है. अजी‍त डोभाल की कश्‍मीर यात्रा पर उन्‍होंने कहा, पैसे देकर कुछ भी कराया जा सकता है, ये कौन जानता है. कश्‍मीर में इस समय हालात खराब हैं.


वहीं सरकार का दावा है कि घाटी में हालात बिल्‍कुल शांतिपूर्ण हैं. बकरीद के मौके पर वहां पर छूट दी जाएगी. इससे पहले दिल्ली छोड़ने से पहले आजाद ने जम्मू-कश्मीर पर लिए गए फैसले को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि डोभाल का शोपियां में कश्मीरी नागरिकों के साथ दोपहर का भोजन व बैठक करने का कोई महत्व नहीं है.



आजाद ने संवाददाताओं से कहा, "पैसे देकर आप किसी को भी अपने साथ ले जा सकते हैं." दरअसल, घाटी के हालात सामान्य दिखाने के लिए बुधवार को डोभाल राज्य के स्थानीय निवासियों के साथ दोपहर का भोजन करते हुए देखे गए थे. डोभाल राज्य में सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए कश्मीर गए, जहां सरकार की घोषणा के बाद कर्फ्यू लगाया गया है. राज्य में टेलीफोन कनेक्शन और इंटरनेट सेवा सहित सभी संचार माध्यम ठप पड़े हुए हैं.