Goa Congress: महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने के बाद कांग्रेस के लिए अब गोवा में मुश्किल खड़ी हो गई है. हालांकि गोवा में उसकी सरकार तो नहीं है, लेकिन वह राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी की है उसकी ही पार्टी के नेता माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने. दरअसल,  गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता माइकल लोबो और कामत पर आरोप है कि उन्होंने अपने विधयकों को विभाजित करने और सत्तारुढ़ दल बीजेपी में शामिल करने की साजिश रची. 


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कांग्रेस गोवा के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने लोबो पर पार्टी को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचने का आरोप लगाया. गुंडू राव ने कहा, "ये (कामत और लोबो) वही लोग हैं जिन्होंने चुनाव से पहले परमपिता परमेश्वर के सामने प्रतिज्ञा की थी कि वे कभी भी पार्टी नहीं छोड़ेंगे और कभी भी दलबदल नहीं करेंगे. यह स्पष्ट प्रतिबिंब है कि वे भगवान को कितना महत्व देते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि ये दोनों नेता बैकग्राउंड में बीजेपी के साथ काम कर रहे हैं. 


राव ने दावा किया कि बीजेपी का मिशन देश में विपक्ष को खत्म करना है. उन्होंने कहा, "वे विशेष रूप से कांग्रेस को खत्म करना चाहते हैं. क्योंकि कांग्रेस को खत्म करके और कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश करके उन्हें लगता है कि उन्हें जो कुछ भी वे करना चाहते हैं, उन्हें करने से कोई नहीं रोकेगा."


उन्होंने कहा कि माइकल लोबो को तुरंत एलओपी के पद से हटा दिया जाता है. नए नेता का चुनाव किया जाएगा और जो भी कार्रवाई करनी होगी वह कानून के मुताबिक की जाएगी. 


कांग्रेस ने किया ये बड़ा दावा 


कांग्रेस ने दावा किया कि गोवा की सत्तारूढ़ बीजेपी उसके 11 सदस्यीय विधायक दल में से दो-तिहाई विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है और दलबदल के लिए मोटी रकम की पेशकश कर रही है. दिनेश गुंडू राव ने अपने विधायकों को तोड़ने के लिए कथित तौर पर पैसे की पेशकश करने के लिए बीजेपी पर निशाना साधा.


उन्होंने कहा कि हमारे कई विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए बड़ी रकम की पेशकश की गई थी. मैं इसे व्यक्त नहीं कर सकता . बीजेपी ने उन्हें जितनी धनराशि की पेशकश की, उससे मैं स्तब्ध हूं. 


5 विधायक संपर्क में नहीं


वहीं, गोवा में कांग्रेस के 11 में से पांच विधायक पार्टी के संपर्क में नहीं है. इसे गंभीरता से लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक से राज्य में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए गोवा जाने को कहा. 


राव ने कहा कि पार्टी के पांच विधायक - लोबो, कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से संपर्क नहीं हो पा रहा है. बता दें कि इस साल के शुरू में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 11 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी को 20 सीटों पर जीत मिली थी. उसे पांच अन्य का भी समर्थन प्राप्त है.


गोवा में यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब हाल में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सत्तारूढ़ शिवसेना के कुछ विधायकों के बागी हो जाने के कारण महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई. 


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