पणजीः गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के प्रमुख विजय सरदेसाई ने सोमवार को कहा कि अगर सत्तारूढ़ भाजपा राज्य में खनन संकट को सुलझाने में नाकाम रहती है तो यहां के लोग लोकसभा चुनावों के दौरान अपनी “प्रतिक्रिया’’ देंगे. राज्य में खनन क्षेत्र पिछले साल मार्च से ठप पड़ा हुआ है जब उच्चतम न्यायालय ने खनन के 88 पट्टों को रद्द कर दिया था और लौह अयस्क खनन संबंधी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था. जीएफपी गोवा में मनोहर पर्रिकर सरकार में एक सहयोगी दल है और सरदेसाई राज्य के शहरी नियोजन मंत्री हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गोवा खनन: दिल्ली में GMPF के विरोध प्रदर्शन को कई नेताओं का समर्थन


खनन मुद्दे को क्षेत्रीय आकांक्षाओं के साथ रखते हुए सरदेसाई ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं एक भारत, श्रेष्ठ भारत. उनका वक्तव्य क्षेत्रीय आकांक्षाओं को ज़हन में रखता है. अगर कोई पार्टी क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर सकती तो उसे लोगों का समर्थन भी नहीं हासिल होगा.” उन्होंने कहा, “यहां तक कि प्रधानमंत्री भी ऐसा ही कहते हैं (क्षेत्रीय महत्त्वकांक्षाओं के बारे में). तो क्षेत्रीय आकांक्षाएं क्या हैं? उन्होंने कहा कि  खनन गोवा की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और सरकार को इसके लिए कोई ठोस कदम उठाने चाहिए जिससे इससे जुड़े लोगों को आसानी से व्यवसाय मिल सके. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जल्द  से जल्द इसे शुरू किया जाना चाहिए.