इंटरपोल ने जारी किया था रेड कॉर्नर नोटिस, CBI ने गोल्ड तस्कर को सऊदी से पकड़ा
Interpol: यह शख्स एनआईए के लिए वांछित था और उसके खिलाफ 13 सितंबर 2021 को रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था. मोहब्बत अली नाम के इस शख्स पर आरोप है कि वह सऊदी अरब के रियाद से अवैध रूप से सोने की ईटें भारत में तस्करी करता था.
Red Corner Notice: इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस का सामना कर रहे एक शख्स को सऊदी अरब से सीबीआई भारत लाई है. सीबीआई और एनआईए के सहयोग से, इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस का सामना कर रहे एक कथित मादक पदार्थ तस्कर को सऊदी अरब से वापस भारत लाया गया है. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी है.
दरअसल, सीबीआई ने एक बयान जारी कर कहा है कि सीबीआई के ग्लोबल ऑपरेशंस सेंटर ने इंटरपोल चैनल्स की मदद से मोहब्बत अली को भारत लाने में एनआईए के साथ समन्वय किया है. मोहब्बत अली के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी था. सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि उसे 17 अगस्त को सऊदी अरब से भारत लाया गया. एनआईए ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का आग्रह किया था.
यह भी बताया गया कि एनआईए के अनुरोध पर 13 सितंबर 2021 को इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए ने अली के खिलाफ सऊदी अरब के रियाद से भारत में सोने की तस्करी का षड़यंत्र रचने के लिए मामला दर्ज किया था. जानकारी के मुताबिक आरोपी मोहब्बत अली की सोना तस्करी से जुड़े मामले में तलाश थी.
यह भी जानकारी सामने आई है कि मोहब्बत अली पर रियाद से जयपुर एयरपोर्ट पर 18.56 किलो सोने की तस्करी का आरोप है, जिसकी कीमत 9 करोड़ रुपए है. यह सोना इमरजेंसी लाइट्स के अंदर छिपा कर तस्करी किया गया था और इसमें मोहब्बत अली के साथ मोहम्मद मक़बूल शेख, अमजद अली, चूना राम और सुभाष शामिल थे.
मोहब्बत अली राजस्थान का रहने वाला है और सितंबर 2020 से ही फरार था. ने इस पर 2 लाख का इनाम भी घोषित किया था. एजेंसी ने भगोड़ा घोषित होने के बाद 22 सितंबर 2021 को मोहब्बत अली समेत दूसरे सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें बताया गया कि मक़बूल शेख और सुभाष मोहब्बत अली के कैरियर के तौर पर काम कर रहे थे जो रियाद से सोना तस्करी कर जयपुर लाए थे.