China Consider Return of Indian Students: कोरोना महामारी के बाद से पूरी दुनिया में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है. इससे सबसे ज्यादा विदेश में पढ़ रहे छात्र प्रभावित हुए हैं. इस बीच कोविड प्रतिबंधों के चलते चीन में पढ़ाई के लिए वापस नहीं जा पा रहे छात्रों को विदेश मंत्रालय ने बड़ी राहत दी है.


जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री ने की बात


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दूतावास ने बताया कि 25 मार्च को विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी की मीटिंग के बाद अब चीन ने भारतीय छात्रों को वापस बुलाने की इच्छा व्यक्त की है. बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने यह जानकारी दी है. भारतीय विदेश मंत्रालय ऐसे स्टूडेंट्स की लिस्ट तैयार करेगा जो कोविड के बाद से चीन में लगे प्रतिबंधों की वजह से वहां नहीं जा पाए हैं. खास तौर पर मेडिकल के वो छात्र, जो अपने प्रैक्टिकल नहीं कर पा रहे थे.



चीन जाने के लिए छात्रों को क्या करना होगा?


ऐसे भारतीय छात्रों को अपनी जानकारी भारतीय दूतावास से शेयर करनी होगी, ताकि इसे चीन सरकार के साथ शेयर किया जा सके. जिससे इसपर फैसला हो सके कि कोविड प्रतिबंधों के बीच किन नियमों के तहत ये भारतीय छात्र चीन वापस लौट सकते हैं और अपनी पढ़ाई जारी कर सकते हैं.


20-22 हजार छात्र नहीं जा पा रहे थे चीन


बता दें कि कोविड प्रतिबंधों के चलते करीब 20 से 22 हजार छात्र चीन नहीं जा पा रहे थे. वैसे मेडिकल छात्रों की क्लास ऑनलाइन चल रही है. लेकिन पिछले महीने ही UGC ने मेडिकल के छात्रों को अलर्ट किया था. UGC ने कहा था कि अगर आपकी मेडिकल की पढ़ाई ऑनलाइन ही जारी रही, तो ऐसे में भारत में आपकी डिग्री को मान्यता नहीं मिलेगी.


छात्रों ने किया विरोध प्रदर्शन


UGC के इस बयान को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों से मेडीकल के छात्र विरोध प्रदर्शन भी कर रहे थे. आज शुक्रवार को भी छात्रों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था. लेकिन अब चीन द्वारा दी गई इस ढील के चलते छात्रों को जरूर राहत मिलेगी.


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