श्रीनगर : कश्मीर के युवा अब टेक्नोलॉजी के माध्यम से देश के विकास का हिस्सा बनना चाहते हैं. वे अब आईएएस बनने के लिए कम्प्यूटर सीख रहे हैं. सेल्फ डेवलपमेंट की ट्रेनिंग ले रहे हैं. यह बदलते कुपवाड़ा और कश्मीर की तस्वीर है.


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जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में जी मीडिया की टीम एक स्किल डेवलेपमेंट सेंटर पर पहुंची, जो कि कुपवाड़ा के ग्रामीण इलाके में मौजूद है. यहां पर ग्रामीण युवाओं के बेहतर भविष्य की नींव रखी जा रही है.


कुपवाड़ा के इस कौशल विकास केन्द्र पर कम्प्यूटर, कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव, रिटेल सेल्स एसोसिएट की फ्री कोचिंग छात्रों को मुहैया कराई जा रही है. इसके साथ ही कम्प्यूटर की भी मुफ्त में शिक्षा दे रही है. तीन महीने का कोर्स है. इस महीने 30 बच्चों को ट्रेनिंग दी गई. इन बच्चों को कम्प्यूटर सिखाने के लिए एक शिक्षक की भी तैनाती की गई है.


रिटेल सेल्स एसोसिएट का कोर्स 3 महीने का है. अभी तक कुपवाड़ा के इस केन्द्र में 120 लोगों को ट्रेनिंग दी गई है. कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव का कोर्स भी 3 महीने का है. इसमें भी 120 बच्चों को ट्रेनिंग दी गई है. पिछले 1 महीने में 60 युवाओं को इस केन्द्र से नौकरी मिली है. आज युवा अलग अलग क्षेत्रों में नौकरी कर रहे हैं.


इस कौशल विकास केन्द्र पर तैनात शिक्षक ने जी मीडिया से खास बातचीत में कहा कि हम ग्रामीण युवाओं की तस्वीर बदलने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. यहां पर मुफ्त में ट्रेनिंग दी जा रही है. कश्मीर का युवा देश के विकास का भागीदार बनेगा.


वहीं, कम्प्यूटर क्लास में पहुंचे एक छात्र ने कहा कि मैं आईएएस बनना चाहता हूं, इसलिए कम्प्यूटर सीख रहा हूं. मैं खूब मेहनत करता हूं. सरकार जो भी फैसले ले रही है, हम उसके साथ हैं. धारा-370 हटने से हम युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे. मैं सभी युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि वो बेवजह के मुद्दों पर भटके नहीं, बल्कि पढ़ाई करें और देश के विकास का हिस्सा बनें.


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