गुजरात कैबिनेट में विस्तार की संभावना! हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर को मिलेगी जगह?
Gujarat cabinet expansion: गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद अल्पेश ठाकोर और हार्दिक पटेल असम का दौरा कर चुके हैं. इस दौरान दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से भी मुलाकात की थी.
Gujarat CM Bhupendra Patel cabinet expansion speculations: गुजरात में भूपेंद्र पटेल के कैबिनेट का विस्तार जल्द ही हो सकता है. इसमें पाटिदार समुदाय के नेता और बीजेपी विधायक हार्दिक पटेल (Hardik Patel) और ओबीसी समाज से आने वाले बीजेपी विधायक अल्पेश ठाकोर (Alpesh Thakor) को भूपेंद्र पटेल के कैबिनेट में जगह मिल सकती है. गुजरात में रिकॉर्ड जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. लेकिन इस मौके पर किसी प्रकार का कोई आयोजन देखने को नहीं मिला है.
ऐसे में यह माना जा रहा है कि जल्द ही किसी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा और उसी कार्यक्रम में कैबिनेट विस्तार को भी हरी झंडी दे दी जाएगी. सियासी जगत के दिग्गजों का कहना है कि अप्रैल के महीने में गुजरात में कैबिनेट का विस्तार संभव है. जानकारी के मुताबिक पटेल कैबिनेट में 10 से 11 नए मंत्री बनाए जा सकते हैं.
कैबिनेट का विस्तार क्यों?
लगातार दूसरी बार सरकार में मुख्यमंत्री बनने वाले भूपेंद्र पटेल की पिछली कैबिनेट में कुल 24 मंत्री बनाए गए थे. हालांकि, इस बार अभी तक सिर्फ 16 विधायकों को ही मंत्री बनाया गया है. ऐसे में ये उम्मीद जताई जा रही है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी की सरकार में कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. पार्टी अपने कमजोर और महत्वपूर्ण इलाकों को ध्यान में रखते हुए मंत्री पद बांट सकती है.
फिलहाल 16 मंत्रियों में महिला भागिदारी न के बराबर है, वर्तमान में सिर्फ एक ही महिला को मंत्री बनाया गया है. ऐसे में सरकार कुछ और महिला नेताओं को कैबिनेट में जगह दे सकती है. यही नहीं, कांग्रेस द्वारा ओबीसी के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने के जवाब में मंत्रीमंडल के ओबीसी कोटे में बढ़ोतरी कर सकती है और कई नए ओबीसी नेताओं को मंत्री बना सकती है.
ठाकोर और हार्दिक की संभावना क्यों?
अल्पेश ठाकोर और हार्दिक पटेल के कैबिनेट में शामिल किए जाने की संभावना बहुत ज्यादा है. गांधी नगर दक्षिण सीट से जीत दर्ज करने वाले अल्पेश ठाकोर ने चुनाव के बाद असम का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने कमाख्या मंदिर में माता के दर्शन भी किए थे और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से भी मुलाकात की थी. इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ में थीं.
ठाकोर के अलावा हार्दिक भी चुनाव में जीत के बाद असम का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने भी मुख्यमंत्री सरमा से मुलाकात की थी. बताया जाता है कि सरमा के गृह मंत्री अमित शाह के साथ काफी अच्छी बनती है. ऐसे में जिस प्रकार नॉर्थ में कांग्रेस से भाजपा में आकर कांग्रेस का सफाया करने वाले सरमा का कद पार्टी ने बढ़ाया उसी प्रकार कांग्रेस से भाजपा में आने वाले ठाकोर और हार्दिक का कद भी बढ़ाया जा सकता है.
इसी कड़ी में उन्हें कैबिनेट में भी शामिल किया जा सकता है. ठाकोर ओबीसी समाज से आते हैं. हालांकि, गुजरात सरकार की कैबिनेट में पहले से ही ओबीसी समाज का प्रतिनिधित्व ज्यादा है. मंत्रीमंडल में अभी भी सबसे ज्यादा मंत्री ओबीसी समाज से ही हैं. इसके बावजूद ठाकोर और अन्य कुछ ओबीसी नेताओं को कैबिनेट में शामिल करके बीजेपी कांग्रेस का मुंह बंद करने की कोशिश करेगी.
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