वड़ोदरा : गुजरात रेलवे पुलिस ने वड़ोदरा रेलवे स्टेशन पर शाहरूख खान की फिल्म ‘रईस’ के प्रचार के दौरान मची अफरा-तफरी की जांच का आज आदेश दिया। सोमवार को शाहरूख अपनी नी फिल्म ‘रईस’ के प्रचार के लिए ट्रेन से यहां पहुंचे थे और इस दौरान स्टेशन पर करीब 15,000 लोगों की भीड़ जुट गयी और भीड़ के बेकाबू होने के बाद एक व्यक्ति की जान चली गयी।


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पश्चिम रेलवे, वडोदरा मंडल के पुलिस अधीक्षक शरद सिंघल ने जांच का आदेश दिया और अफरा-तफरी में फरीद खान पठान नाम के एक व्यक्ति के मारे जाने की पुष्टि की। सिंघल ने कहा, ‘पुलिस लोगों को चलती ट्रेन के पीछे भागने से रोकने की कोशिश कर रही थी, उस दौरान फरीद खान पठान बेहोश हो गए और बाद में अस्पताल में उनकी मौत हो गयी। हमारे दो पुलिस कांस्टेबल भी अफरा-तफरी में घायल हो गए।’ उन्होंने कहा कि पुलिस उपाधीक्षक रैंक के एक अधिकारी घटना की जांच करेंगे।


सिंघल ने कहा, ‘मैंने यह पता लगाने के लिए पूरी घटना की जांच का आदेश दिया है कि क्या आयोजकों ने इस तरह के कार्यक्रम के लिए मंजूरी ली थी या नहीं। अगर हां तो फिर उन्हें किसने मंजूरी दी और इतनी भारी भीड़ को स्टेशन पर जमा कैसे होने दिया गया।’ वडोदरा के रहने वाले फरीद समाजवादी पार्टी की गुजरात शाखा के सदस्य थे और पूर्व में पार्टी की गुजरात अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रहे थे।


सिंघल के अनुसार अभिनेता के प्रशंसक बड़ी संख्या में इस उम्मीद में स्टेशन पर जमा हुए थे कि शाहरूख वहां पहुंचते ही उनके साथ तस्वीरें खिंचवाएंगे। उन्होंने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए दो पुलिसकर्मी घायल हो गए और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। सिंघल ने कहा, ‘हम इस बात की जांच करेंगे कि क्या पुलिस अपना काम करने में नाकाम रही या आयोजकों ने नियमों का पालन नहीं किया। हम जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, भले ही वह शाहरूख खान क्यों ना हों।’