नयी दिल्ली: उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी रवांडा और उगांडा की पांच दिवसीय यात्रा पर आज रवाना हो गए जहां वे इन दोनों पूर्वी अफ्रीकी देशों के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, साथ ही वहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारत से रवांडा के लिए यह पहली शीर्ष स्तरीय यात्रा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपराष्ट्रपति इन दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के निमंत्रण पर वहां की यात्रा पर जा रहे हैं। अंसारी के इन दोनों देशों की यात्रा का मकसद उप सहारा अफ्रीकी क्षेत्र में भारत के कूटनीतिक दखल का विस्तार करना है। रवांडा के बाद अंसारी 21 फरवरी को उगांडा पहुंचेंगे । 1997 के बाद भारत से उगांडा जाने वाला यह पहला शीर्ष स्तरीय द्विपक्षीय शिष्टमंडल होगा ।


उपराष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी सलमा अंसारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री विजय सांपला, सांसद कणिमोई, रणविजय सिंह, रानी नारा और पी के बीजू के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी इन दोनों देशों की यात्रा पर गए हैं। रवांडा में अंसारी किगाली में सामूहिक नरसंहार स्मारक में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत करेंगे और रवांडा के प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित भोज में शामिल होंगे। 


अंसारी की रवांडा यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब कुछ ही समय पहले वहां के राष्ट्रपति पॉल कागमे जनवरी में वाब्रेंट गुजरात समिट में हिस्सा लेने आए थे। विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘भारत-रवांडा संबंध सौहार्द, आपसी समझ, महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग, द्विपक्षीय कारोबार एवं निवेश में वृद्धि, लोगों के बीच वृहद सम्पर्क और एक दूसरे के प्रति गहरे सम्मान की भावना से प्रेरित है।’ रवांडा में उपराष्ट्रपति भारत-रवांडा नवोन्मेष विकास कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। इसके तहत वहां भारत का सस्ते नवोन्मेष पर आधारित टेक्नोलाजी एक्सपो होगा। रवांडा के प्रधानमंत्री के साथ उपराष्ट्रपति वहां भारत-रवांडा कारोबारी मंच को संबोधित करेंगे।


अधिकारी ने बताया कि 21.23 फरवरी तक उगांडा की यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति वहां अपने समकक्ष और उगांडा के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। कंपाला में उपराष्ट्रपति भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और उगांडा के रिश्ते ऐतिहासिक संबंधों, आर्थिक एवं कारोबारी संबंधों तथा अहम द्विपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर आधारित हैं। उन्होंने कहा, ‘उपराष्ट्रपति की यात्रा से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध और गहरे एवं व्यापक होंगे।’