नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पाकिस्तान में नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायु सेना के हमले पर विपक्ष द्वारा सवाल उठाने की आलोचना करते हुये कह है कि सेना के शौर्य पर सवाल उठाने वाले लोग खुद को बेबकूफ बना रहे हैं. और सरकार सैन्य कार्रवाई पर सवाल उठाने वालों को जवाब देने के लिये बाध्य नहीं है.


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आवास एवं शहरी विकास मामलों के राज्यमंत्री पुरी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा,'हवाई हमले पर सवाल उठाने वालों के बारे में मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि वे खुद को बेवकूफ बना रहे हैं.’’ 


उन्होंने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुये कहा, ‘यह स्पष्ट है कि उक्त हमला आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने किया, उन्होंने इसकी जिम्मेदारी भी ली है और आगे भी ऐसे हमले करने की धमकी दी. ऐसे में हमारी सेना ने ना तो पाकिस्तानी सेना पर हमला किया, ना ही स्थानीय नागरिकों को निशाना बनाया. हमने सिर्फ बालाकोट में उक्त आतंकी संगठन के मुख्यालय को निशाना बनाया.’’ 


पुरी ने कांग्रेस और उसके नेताओं का नाम लिए बिना कहा कि जो लोग इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं वे उस राजनीतिक दल के प्रतिनिधि हैं जो आजाद भारत में अधिकांश समय तक सत्तारूढ़ रहा. देश के परमाणु शक्ति संपन्न होने के कारण उस दल के नेता संयम बरतने की कूटनीति के शिकार भी बने. 


उन्होंने दलील दी कि संयम बरतने की नीति यह नहीं कहती है कि परमाणु संपन्न देश रक्षात्मक कदम न उठाये. पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक और इसके बाद हवाई हमले के समय इस बात को स्पष्ट किया है कि भारत रक्षात्मक कदम उठाने में सक्षम है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज भी ग्रेटर नोएडा में एक जनसभा में इस दलील को विस्तार से देश के समक्ष प्रस्तुत किया.


पुरी ने कहा,‘इस बारे में मेरी स्पष्ट धारणा है कि सरकार सैन्य कार्रवाई पर सवाल उठाने वालों को जवाब देने के लिये बाध्य नहीं है. कार्रवाई के तथ्य उजागर करने की मांग करने वाले लोग खुद को बेवकूफ बना रहे हैं, भगवान उन लोगों की मदद करे.’


उन्होंने कहा कि इस पर कोई सवाल खड़े नहीं कर रहा है, यहां तक कि पाकिस्तान ने भी अब तक उस इलाके में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को जाने की इजाजत नहीं दी है. हमले के तुरंत बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने उस ठिकाने से 300 मोबाइल फोन जब्त कर पूरे इलाके को सील कर दिया था.