उडुपी (कर्नाटक): ईश्वर की निंदा करने वाले फेसबुक पोस्ट के लिए सऊदी अरब की जेल में 600 दिन बिताने के बाद बुधवार को 34 वर्षीय एयर कंडीशनिंग टैक्नीशियन हरीश बंगेरा अपने परिवार से फिर मिले. हरीश को 22 दिसंबर 2019 को मक्का में ईश्वर की निंदा करने वाली फेसबुक पोस्ट और सऊदी अरब के शासक के बारे में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.


फर्जी आईडी से की गई थी फेसबुक पोस्ट


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हालांकि, मामले की जांच करने वाली कर्नाटक पुलिस ने पाया कि उडुपी जिले में दो व्यक्तियों ने पीड़ित के नाम से एक फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर अपमानजनक टिप्पणी पोस्ट की थी. पुलिस ने आरोपी व्यक्तियों, अब्दुल हुयेज और अब्दुल थ्यूएज को अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया था. बंगेरा के परिवार ने सऊदी अधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंपी और आखिरकार उसे सऊदी जेल से रिहा कराने में कामयाब रहे.


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भारत पहुंचे हरीश


बुधवार को केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kempegowda International Airport) पर पहुंचे बंगेरा ने कहा, असली दोषियों को खोजने के लिए वह कर्नाटक पुलिस को धन्यवाद देते हैं. हरीश ने आगे उन सभी को धन्यवाद दिया जिन्होंने उन्हें रिहा करने में उनके परिवार की मदद की. उन्होंने कहा, 'सऊदी में अदालतें कोविड -19 के कारण काम नहीं कर रही थीं. वरना, मुझे बहुत पहले रिहा किया जा सकता था.' एयरपोर्ट पर बंगेरा का उनकी पत्नी सुमना, बेटी हंसिका और दोस्तों ने जोरदार स्वागत किया.


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