Haryana Vidhan Sabha Elections 2024: हरियाणा में 10 साल से सत्ता चला रही बीजेपी (BJP) ने अपना किला बचाने के लिए पत्ते खोल दिए हैं. एंटी इनकंबेंसी रोकने के लिए पार्टी ने दर्जनों कैंडिडेटों के नाम पर कैंची चलाते हुए अपने  67 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. इस लिस्ट में 2 पूर्व सांसदों, एक राज्यसभा सांसद और 27 नए चेहरों पर दांव लगाया गया है. इस जाटलैंड में अब तक नॉन जाट पॉलिटिक्स के सहारे OBC कार्ड को तुरुप का इक्का मानने वाली बीजेपी ने अपने तीन वर्तमान मंत्रियों समेत 9 विधायकों का पत्ता काट दिया है. 


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बीजेपी की लिस्ट में रणनीति छिपी है...


8 मंत्रियों को दोबारा टिकट मिला है. 30 फीसदी फ्रेश/नए चेहरे हैं. सूची में 8 महिलाएं भी हैं. शतरंज की इस बिसात पर नजर डालें तो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 4 दिन पहले तक कह रहे थे कि करनाल से ही चुनाव लड़ेंगे, लेकिन उन्ही ही सीट बदल दी गई. सैनी करनाल से वर्तमान विधायक हैं, लेकिन टिकट उन्हें लाडवा से मिला है. लाडवा, कुरुक्षेत्र लोकसभा के दायरे में आती है.


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कुरुक्षेत्र से BJP के नवीन जिंदल सांसद हैं. अब पॉलिटिकल सिचुएशन समझिए. लाडवा विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. मौजूदा MLA मेवा सिंह लगातार क्षेत्र में कांग्रेस इस बार भी कांग्रेस की हवा होने का दावा कर रहे थे.  मामले की गंभीरता को समझते हुए बीजेपी ने यहां से किसी 'वजीर' को लड़ाने के बजाए सीधे अपने 'राजा को उतार दिया.


यूथ पर भरोसा


कुछ समय पहले मन की बात के पिछले एपिसोड में पीएम मोदी ने युवाओं को राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया था. अब हरियाणा BJP ने लिस्ट में युवाओं पर फोकस किया है. पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल जिनका टिकट पार्टी ने लोकसभा चुनावों में काट दिया था. उन्हें पार्टी ने MLA बनने का मौका दिया है. अनिल विज को पार्टी ने अंबाला से ही टिकट दिया है. काफी समय से खबरें चल रही थीं कि विज पार्टी से खफा हैं. तमाम अटकलों के बीच जिस तरह सचिन पायलट ने कांग्रेस का 'हाथ' नहीं छोड़ा. वैसे ही विज ने कमल का फूल नहीं छोड़ा. पार्टी ने उन्हें अपनी पहली लिस्ट में उनकी पारंपरिक सीट से मौका देकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की है.


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जातिगत आंकड़े समझिए


कांग्रेस आरोप लगाती है कि जाटलैंड हरियाणा में बीजेपी ने अपने फायदे के लिए नॉन जाट पॉलिटिक्स पर फोकस किया. ऐसे आरोपों से किनारा करते हुए बीजेपी की अपनी पहली लिस्ट में जाट और OBC समाज दोनों को बराबरी का मौका दिया है. बीजेपी ने जाट और ओबीसी समाज के  11-11 उम्मीदवारों को मौका दिया है. इसके साथ ही ब्राह्मण और पंजाबी समुदाय के 9-9 प्रत्याशियों को टिकट दिया है. इस लिस्ट में 8 महिलाओं को उम्मीदवार घोषित किया गया है. पार्टी ने वैश्य समाज के 5, राजपूत के दो और बिश्नोई समाज के दो उम्मीदवारों को टिकट दिया है. 


इनका पत्ता कटा


2024 के लोकसभा चुनावों में पांच सीटों के नुकसान से सबक सीखते हुए मौजूदा विधायकों का टिकट काटने में देर नहीं लगाई. BJP ने मौजूदा 9 विधायकों का टिकट काट दिया है. पलवल से दीपक मंगला, फरीदाबाद से नरेंद्र गुप्ता, गुरुग्राम से सुधीर सिंगला, बवानी खेड़ा से विशंभर वाल्मीकि, रनिया से कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला ,अटेली से सीताराम यादव, पेहवा से पूर्व मंत्री संदीप सिंह, सोहना से राज्य मंत्री संजय सिंह और रतिया से लक्ष्मण नापा की टिकट काट दिया गया है.


परिवारवाद की झलक


लिस्ट में आरती राव, श्रुति चौधरी, भव्य बिश्नोई, शक्ति रानी शर्मा, सुनील सांगवान और मनमोहन भड़ाना का नाम है. श्रुति चौधरी, किरण चौधरी की बेटी हैं. आरती, राव इंद्रजीत की बेटी हैं. शक्ति, विनोद शर्मा की पत्नी हैं. मनमोहन भड़ाना, करतार भड़ाना के सुपुत्र हैं. 10 सालों से परिवारवाद के नाम पर कांग्रेस को घेरने वाली बीजेपी ने मानो मनो साम-दाम-दंड-भेद की 'सियासी' नीति पर चलने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. 


चौंकाने वाला 'चतुर्भुज'


हरियाणा का किला बचाने की चक्रव्यूह रचना में एक सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नाम की बात करें तो बीजेपी ने जजपा सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला के सामने देवेंद्र चतुर्भुज अत्री को उतारा है. दुष्यंत लोकसभा चुनाव से पहले तक बीजेपी के साथ सत्ता सुख भोग रहे थे. बीजेपी ने टिकट देने से मना किया तो राहें अलग हो गईं. इस तरह उचाना से चुनाव लड़ रहे दुष्यंत के सामने अब BJP ने नया चतुर्भुज खींच दिया है. 


दलबदलुओं को मौका


जजपा के 3 पूर्व विधायकों को भी टिकट दिया है. इन पैराशूट कैंडिडेटों के नाम पर नाराजगी है. दरअसल देवेंद्र बबली को टोहाना, रामकुमार गौतम को सफीदों और उकलाना से अनूप धानक को जगह मिली है. अभी दो दिन पहले ही बबली ने बीजेपी ज्वाइन की थी. 


लिस्ट के साइड इफेक्ट


हरियाणा में बीजेपी की सूची आने के बाद चंद घंटों के भीतर पार्टी का दूसरा विकेट गिरा है. रतिया से विधायक लक्ष्मण नापा ने टिकट न मिलने पर बीजेपी को बाय बाय कह दिया. उनसे पहले शमशेर गिल ने इस्तीफा दिया था. 


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सियासी समीकरण

जनसंख्या- 25,351,462 है. जिसमें पुरुष-13,494,734 और 11,856,728 महिलाएं हैं. क्षेत्रफल-  44,212 किमी². साक्षरता दर- 75.55 %, जिले- 22, ब्लॉक-140, गांव-7356, विधानसभा सीट-90. कुल 1,73,55,247 मतदाता है. जिसमें 93,06,532 पुरुष और 80,48,475 महिला वोटर हैं. 


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