IMD Rain Alert: देश के अलग-अलग राज्यों में बाढ़ और बारिश तबाही मचा रही है. सबसे ज्यादा तबाही गुजरात में हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात में दो दिन में ही 38 प्रतिशत बारिश हुई है. मध्यप्रदेश में भी औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. महाराष्ट्र में बारिश आम जन-जीवन बेहाल है. महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ की घटनाओं में अब तक 89 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. महाराष्ट्र के कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. गुजरात में बारिश और बाढ़ के चलते अब तक 69 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. अगले 24 घंटे के लिए गुजरात समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. 


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गुजरात में बारिश से भारी तबाही


गुजरात देश के उन राज्यों में सबसे आगे है जिन पर आसमानी आफत बरस रही है. आने वाले दिनों के लिए भी गुजरात में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. गुजरात के जिन इलाकों में सबसे ज्यादा तबाही हुई है उनमें नवसारी का नाम सबसे आगे है. वलसाड और डांग में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है. कच्छ, भरूच, डांग और तापी में भी बाढ़ और बारिश से बुरा हा लै. राजकोट में बारिश और बाढ़ की वजह से स्कूल और कॉलेजों को बंद करना पड़ा है. राज्य में बाढ़ और बारिश में फंसे करीब 28 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया है. राहत कैंप में 18 हजार से ज्यादा लोग मौजूद हैं. बाढ़-बारिश की वजह से 12 गांवों की बिजली गुल है और राज्य के 15 हाईवे बंद हैं. राज्य की करीब 439 सड़कों पर यातायात ठप है. NDRF की 14 और SDRF की 15 प्लाटून तैनात हैं.


महाराष्ट्र में हर जगह पानी ही पानी


भारी बारिश के चलते महाराष्ट्र के मुंबई, पालघर, नासिक, पुणे में 14 तारीख तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.रायगढ़ में भी बुधवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था. रत्नागिरी, कोल्हापुर, गडचिरोली में लगातार बारिश की वजह से आम जन-जीवन बेहाल है. मुंबई में आने वाले तीन दिनों तक ऑरेंज अलर्ट किया गया है. महाराष्ट्र में बारिश और बाढ़ की अलग-अलग घटनाओं में अब तक 89 लोग जान गंवा चुके हैं.


इन राज्यों में बारिश का अलर्ट


-दिल्ली
-उत्तर प्रदेश
-हरियाणा
-राजस्थान
-मध्यप्रदेश
-हिमाचल प्रदेश
-आंध्र प्रदेश
-गुजरात
-गोवा 
-कर्नाटक
-महाराष्ट्र


हिमाचल प्रदेश में दरक रहीं चट्टानें


भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश का भी बुरा हाल है. मनाली में इस वक्त कुदरत का कहर जारी है. यहां तेज बारिश के चलते नदी-नालों में अचानक बाढ़ आ गई. मनाली के वॉल्वो बस स्टैंड पर खड़ी बसों में पानी भर गया. बरसाती नाले में उफान के साथ मिट्टी गाद और पत्थर भी आए. कालका और शिमला को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 5 पर लगातार बारिश के चलते पहाड़ दरक रहे हैं. सड़कों पर बड़े-बड़े बोल्डर गिर रहे हैं. लगातार बारिश की वजह से पहाड़ी राज्यों में नदियां रौद्र रूप दिखा रही हैं.


उत्तराखंड में भी कुदरत का कहर


उत्तराखंड में भी बारिश भारी नुकसान पहुंचा है. कई हिस्सों में लगातार बारिश की वजह से जमीन में कटाव हो रहा है. देहरादून में भी भारी बारिश के बाद अचानक बाढ़ जैसे हालात बन गए. चमोली में बदरीनाथ नेशनल हाईवे को भी लैंडस्लाइड की वजह से भारी नुकसान पहुंचा है. पहाड़ों पर यात्रा के दौरान लोगों से लगातार सावधानी बरतने की अपील की जा रही है. बारिश के बीच पहाड़ों पर लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है. ऋषिकेश-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगा नदी में एक कार गिर गई. सड़क का एक हिस्सा धंसने की वजह से हुए हादसे में चार लोग गंगा में बह गए.


पहाड़ी राज्यों में कुदरत के कहर की कुछ बड़ी घटनाएं


-उत्तराखंड में 25 जून को बद्रीनाथ हाइवे पर लैंडस्लाइड हुआ.


-7 जुलाई को लैंडस्लाइड से यमुनोत्री नेशनल हाइवे, मसूरी-देहरादून हाइवे समेत कई लिंक रोड अलग-अलग जगह ब्लॉक हो गए.


-हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में 6 जुलाई बादल फटा जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई.


-9 जुलाई को हिमाचल के कुल्लू और चंबा जिले में अचानक बाढ़ आ गई.


-जम्मू-कश्मीर में 22 जून को भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड.


-डोडा, किश्तवाड़, रामबन में बाढ़ जैसे हालात बने.


-8 जुलाई को अमरनाथ में बादल फटा और 13 लोगों की मौत हो गई और  40 लोग लापता हैं.


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