जम्मू-कश्मीर तक पहुंचा हिजाब विवाद, महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
एक कॉलेज से शुरू हुआ यह विवाद अब देश की मुख्यधारा की राजनीति पर हावी हो रहा है. ऐसे में जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के नेताओं के बयान भी सामने आने लगे हैं.
नई दिल्ली: कर्नाटक (Karnataka) से शुरू हुआ हिजाब विवाद अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक कॉलेज से शुरू हुआ यह विवाद अब देश की मुख्यधारा की राजनीति पर हावी हो रहा है. ऐसे में जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के नेताओं के बयान भी सामने आने लगे हैं.
महबूबा ने सरकार पर कसा तंज
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने हिजाब (Hijab) विवाद पर केंद्र सरकार (Central government) पर निशाना साधा है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ‘मुझे डर है कि बीजेपी हिजाब पर ही नहीं रुकेगी, वो मुसलमानों के अन्य प्रतीकों को भी खत्म करने में जुटी है’. उन्होंने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भारतीय मुसलमानों के लिए सिर्फ भारतीय होना ही काफी नहीं है, उन्हें भी बीजेपी का होना जरूरी है.
फारूक अबदुल्ला ने बताया चुनावी स्टंट
वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और लोक सभा सांसद फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने पुलवामा में कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार पहनने और खाने का अधिकार है. वह अपनी धार्मिक मान्यताओं का पालन करने के लिए स्वतंत्र है. कुछ कट्टरपंथी तत्व हैं, जो लोगों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करके चुनाव जीतने की कोशिश में एक धर्म पर हमला कर रहे हैं.
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उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कही यह बात
इनके अलावा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी हिजाब विवाद पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा 'मुझे दो चीजों के बारे में बात करनी है- धार्मिक भावनाओं का सम्मान और भारतीय संविधान को सर्वोच्च रखना. देश के हर नागरिक को इन दोनों बातों का ध्यान रखना चाहिए.' मनोज सिन्हा ने कहा कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है और इसलिए, 'इस मुद्दे पर इतना कहना ही मेरे लिए पर्याप्त है.'
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