नई दिल्‍ली: मशहूर कवि और हिंदी अकादमी के उपाध्‍यक्ष विष्‍णु खरे (78) का दिल्‍ली के जीबी पंत अस्‍पताल में निधन हो गया है. एक हफ्ते पहले ब्रेन हेमरेज होने के कारण उनको अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था. उसके बाद से उनकी हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी. इसी साल 30 जून को उन्‍होंने हिंदी अकादमी के उपाध्‍यक्ष का पदभार संभाला था. 


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प्रख्‍यात कवि एवं पत्रकार विष्‍णु खरे का जन्‍म मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा में हुआ था. उन्‍होंने इंदौर के क्रिश्चियन कॉलेज से इंग्लिश में एमए करने के बाद हिंदी पत्रकार के रूप में करियर शुरू किया. इस कड़ी में वह पहले 'दैनिक इन्‍दौर' में उप संपादक रहे. उसके बाद नवभारत टाइम्‍स के कई संस्‍करणों के संपादक रहे. 


उनका पहला काव्‍य संग्रह 'एक गैर रूमानी समय में' था. उन्‍होंने मशहूर ब्रिटिश कवि टीएस इलियट की कविताओं का अनुवाद भी किया. यह 'मरु प्रदेश और अन्‍य कविताएं' नाम से प्रकाशित हुआ. उन्‍होंने समकालीन हिंदी कविताओं का अंग्रेजी में भी अनुवाद किया. उन्‍होंने काव्‍य संग्रहों के अलावा आलोचना की किताबें भी लिखीं.