एक जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को सेहत से जुड़ी समस्याओं का सामना ना करना पड़े और अगर ऐसी नौबत आती है तो उन्हें समय रहते दुर्गम पहाड़ी इलाके में भी सभी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाए, इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है.


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अमरनाथ यात्रा के दो कोनों यानी कि बालटाल और चंदनवाड़ी में 100 बिस्तरों का अस्पताल तैयार किया जा चुका है. इस अस्पताल में बेसिक चिकित्सा सुविधाएं ही नहीं होंगी बल्कि अस्पताल में सभी तरह के जांच की व्यवस्था होगी. महिलाओं की जांच के लिए विशेष सुविधा होगी. यहां तक कि आईसीयू की फैसिलिटी भी तैयार की गई है.


यहां देश के अलग-अलग 11 राज्यों से चुनकर आने वाले डॉक्टरों और स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है. यह स्टाफ 4 बैच में काम करेगा ताकि चिकित्सा सुविधाएं 24 घंटे चलाई जा सकें. शिव भक्त समुद्र तल से 13,600 फीट की ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए लंबी और कठिन यात्रा तय करते हैं.


इस साल अमरनाथ यात्रा 62 दिनों की है. साल 2023 में अमरनाथ यात्रा का शुभारंभ 1 जुलाई दिन शनिवार से हो रहा है. इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की शुरुआत अप्रैल माह से ही हो चुकी है, जिसे ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से किया जा सकता है.


अमरनाथ यात्रा का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in और ऐप पर किया जा सकता है. यात्रा के लिए उम्र 13 साल से 70 साल तक निर्धारित की गई है. अगर महिला छह हफ्ते या उससे ज्यादा दिनों की गर्भवती है तो वह यात्रा पर नहीं जा सकती.


जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए यातायात प्रबंधन और व्यापक गतिशीलता योजना की समीक्षा करने के वास्ते मंगलवार को पुलिस तथा नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की.


सिन्हा ने विभागों, जिला प्रशासनों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और संबंधित यातायात पुलिस के साथ मिलकर राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर जोन के आधार पर यातायात योजना बनाने का निर्देश दिया ताकि वाहनों तथा पैदल यात्रियों की सुचारू आवाजाही हो और पार्किंग की उचित व्यवस्था हो.