राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए मची होड़, अयोध्या के होटल और रिजॉर्ट्स हाउसफुल
संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए, बुधवार को अयोध्या मंडल के आयुक्त गौरव दयाल ने तैयारी के सिलसिल में अयोध्या के होटल मालिकों की एक बैठक भी बुलाई और उन्हें समारोह के दौरान अपने मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए अपने होटलों को सजाने का निर्देश दिया.
राम जन्मभूमि पर भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तारीख नजदीक आ रही है. साथ ही अयोध्या के होटलों में ट्रैवल एजेंटों और भक्तों के बीच कमरे बुक करने की होड़ लग गई है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्याय ने संकेत दिया है कि यह समारोह 15 जनवरी और 24 जनवरी के बीच आयोजित किया जा सकता है, तब तक इस मंदिर के भूतल का निर्माण पूरा हो जाएगा.
यहां होटल मालिकों एवं रिसॉर्ट मालिकों को इस समारोह का साक्षी बनने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की आस है. उनमें से कई दावा कर रहे हैं कि श्रद्धालु एवं अन्य संंबंधित लोग लोग 10 से 12 दिनों के लिए कमरे बुक करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे आखिरी समय में इस समारोह का दर्शन करने से चूक न जाए .
इस समारोह में संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए, बुधवार को अयोध्या मंडल के आयुक्त गौरव दयाल ने तैयारी के सिलसिल में अयोध्या के होटल मालिकों की एक बैठक भी बुलाई और उन्हें समारोह के दौरान अपने मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए अपने होटलों को सजाने का निर्देश दिया.
होटल के लिए दिल्ली-मुंबई से आ रहे फोन
अयोध्या के सबसे पुराने होटल शान ए अवध के प्रबंध निदेशक शरद कपूर ने बताया, 'हमें नियमित रूप से दिल्ली, मुंबई और अन्य मेट्रो शहरों से ऐसे लोगों के फोन आ रहे हैं जो पूरे एक पखवाड़े के लिए हमारे कमरे बुक करना चाहते हैं.'
कपूर ने कहा, 'हम भक्तों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं, लेकिन मैं कम से कम 40 प्रतिशत कमरे अलग रख रहा हूं क्योंकि पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ठहरने के लिए मेरे होटल को पसंद करेंगे. हम उस समय से प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे हैं जब राम जन्मभूमि आंदोलन शुरू हुआ था.'
पीटीआई से बात करते हुए, अयोध्या में एक रिसॉर्ट के मालिक संग्राम सिंह ने कहा, 'हमारे पास मुंबई स्थित एक ट्रैवल एजेंसी से एक सवाल था कि वह एक सप्ताह के लिए अयोध्या में 1,500 कमरे चाहते हैं, लेकिन समस्या यह है कि समारोह की सही तारीख अभी तक स्पष्ट नहीं है.' मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बुधवार को ‘पेइंग गेस्ट’ योजना के तहत 41 भवन स्वामियों को पंजीकरण प्रमाणपत्र भी वितरित किए.
भक्तों को मिलेगा घर जैसा अनुभव
उन्होंने सभी भवन स्वामियों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के साथ ही अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में बढ़ जाएगी, जिसमें से बड़ी संख्या में श्रद्धालु रात्रि प्रवास भी करेंगे .
मंडलायुक्त ने कहा कि उनके ठहरने के लिए होटल, गेस्ट हाउस/होम स्टे की आवश्यकता होगी . उन्होंने कहा कि ये होम स्टे न केवल भक्तों को घर जैसा अनुभव देंगे बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए अतिरिक्त आय के साथ-साथ पूरे अयोध्या क्षेत्र में रोजगार के अतिरिक्त अवसर भी पैदा करेंगे.
फैजाबाद और अयोध्या में लगभग 150 होटल हैं जिनमें 10 शानदार होटल,25 बजट होटल शामिल हैं.इसके अलावा 115 के आसपास सस्ते इकोनॉमी होटल, 35 गैर-मान्यता प्राप्त ‘गेस्ट हाउस’, 50 धर्मशालाएं, 50 होम स्टे/पेइंग गेस्ट हाउस हैं और उनमें कुल मिलाकर 10 हजार कमरे हैं.
इसके अलावा यहां चार सरकारी ‘गेस्ट हाउस’ हैं जिनमें लगभग 35 कमरे हैं. लगभग 50 छोटे ‘गेस्ट हाउस’ निर्माणाधीन हैं और नवंबर तक तैयार होने की उम्मीद है.
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने पिछले महीने कहा था कि राम मंदिर अगले साल 24 जनवरी से भक्तों के लिए खोला जा सकता है. उन्होंने कहा, 'अगले साल 14 जनवरी से 24 जनवरी के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का 10 दिवसीय अनुष्ठान होगा.'
(भाषा इनपुट)