Rajasthan CID: राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) के अपराध जांच विभाग (CID) के 102 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सोमवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित अलंकरण समारोह में सम्मानित किया जाएगा. आधिकारिक बयान के अनुसार इन अधिकारियों व कर्मचारियों को पुलिस महानिदेशक (DGP) डिस्क, अति उत्कृष्ट सेवा पदक, उत्कृष्ट सेवा पदक, सर्वोत्तम सेवा चिह्न एवं अति उत्तम सेवा चिह्न प्रदान किये जाएंगे.


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इसमें कहा गया है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा) दिनेश एम एन इस अवसर पर उत्कृष्ट, सराहनीय एवं प्रशंसनीय सेवाएं प्रदान करने वाले 33 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को डीजीपी डिस्क से सम्मानित करेंगे.


इसके साथ ही 14 पुलिसकर्मियों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक, 19 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा पदक, 14 पुलिसकर्मियों को सर्वोत्तम सेवा चिह्न तथा 22 पुलिसकर्मियों को अति उत्तम सेवा चिह्न से सम्मानित किया जाएगा. इसके अनुसार डीजीपी डिस्क से सम्मानित होने वालों में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोरधन लाल सौंकरिया, सतीश कुमार यादव, शालिनी राज, भरत राज शामिल हैं.


CID, यानी क्राइम इन्वेस्टिंगेशन डिपार्टमेंट की स्थापना साल 1902 में ब्रिटिश राज के दौरान हुई थी. हर राज्य की अलग-अलग CID पुलिस होती है. राज्य सरकार के आदेश पर यह अपहरण, हत्या, चोरी और दंगों जैसे मामलों की जांच करती है. इसके अलावा हाईकोर्ट के आदेश पर भी राज्य सरकार को सीआईडी से किसी मामले की जांच करानी पड़ जाती है.


CID राज्य सरकार की जांच एजेंसी है, इसलिए यह मामले की जांच सिर्फ उस राज्य के अंदर ही कर सकती है. CBI के पास जो मामले आते हैं, उन्हें केंद्र सरकार या फिर सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट इसे सौंपते हैं. वहीं CID को मिलने वाले मामले राज्य सरकार या हाईकोर्ट की ओर से सौंपे जाते हैं.


वहीं, किसी मामले पर हाईकोर्ट का आदेश हो तो भी राज्य सरकार को सीआईडी से जांच करानी पड़ती है.


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