DNA: जम्मू-कश्मीर में सेना का बदलापुर, कैसे होता है आतंकियों का एनकाउंटर
Jammu Kashmir: सेना के जज्बे और सख्ती के कारण आतंकियों में खौफ बना हुआ है. पिछले कुछ दिनों में सेना ने 5 आतंकियों का सफाया किया है और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया है.
Indian Army: जम्मू-कश्मीर में सेना ने आतंकियों के खिलाफ 'ऑपरेशन ऑल आउट' चला रखा है, जिसमें आतंकियों के ठिकानों पर हमला कर उन्हें खत्म किया जा रहा है. आतंकवादियों के सफाए में यह अभियान कई चुनौतियों से भरा होता है. सेना के जवान उन्नत हथियारों, बख्तरबंद गाड़ियों, और अब बुलडोजर का भी इस्तेमाल करते हैं, जो एनकाउंटर में सुरक्षा बलों के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं.
एनकाउंटर के दौरान सेना उन इलाकों में पूरी तैयारी के साथ पहुंचती है जो दुर्गम होते हैं और चारों ओर जंगलों से घिरे होते हैं. इन खतरनाक स्थानों पर ऑपरेशन चलाने के लिए सेना बख्तरबंद गाड़ियों और टैंकों का भी सहारा लेती है. बुलडोजर जैसे उपकरण इन अभियानों में अब सुरक्षा बलों के सबसे आगे चलते हैं, जो आतंकियों के अड्डों को तोड़ने में मददगार होते हैं.
आतंकियों के खिलाफ इस अभियान में सेना के घातक दस्ते भी शामिल होते हैं. ‘घातक’ नामक खास कुत्ते सेना की खोज और सुरक्षा में खासतौर पर मददगार होते हैं, जिनकी ट्रेनिंग दुश्मनों का पता लगाने और उन पर हमला करने के लिए होती है. ये कुत्ते मुश्किल जगहों पर भी सुरक्षा बलों को सुरक्षित रख पाते हैं और आतंकियों के खात्मे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
सेना के इस जज्बे और सख्ती के कारण आतंकियों में खौफ बना हुआ है. पिछले कुछ दिनों में सेना ने 5 आतंकियों का सफाया किया है और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया है. सेना का यह हौसला दिखाता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का उनका संकल्प मजबूत है और वे इस मिशन को पूरा करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं.