हैदराबाद: भाजपा ने कड़े मुकाबले वाले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर यहां अपनी पैठ बढ़ाते हुए राज्य में सत्तारूढ़ टीआरएस को लगभग भयभीत कर दिया है, जो नगर निकाय पर बमुश्किल अपना कब्जा बरकरार रख पाने में कामयाब रही. भाजपा के बेहतरीन प्रदर्शन को जहां पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने ‘भगवा हमला’ करार दिया है, वहीं स्थानीय चुनावों के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को 'नैतिक जीत' बताते हुए कहा कि भगवा पार्टी तेलंगाना में टीआरएस की ‘‘एकमात्र विकल्प’’ के रूप में उभरी है.


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जीएचएमसी चुनाव के तहत एक दिसंबर को मतदान हुआ था. निगम के 150 वार्डों में 146 के चुनाव परिणाम अंतिम समाचार मिलने तक आ चुके थे. इनमें तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने 55, जबकि भाजपा ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है. एआईएमआईएम ने 44 और कांग्रेस ने अब तक दो सीटों पर जीत हासिल की है.


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TRS की पकड़ हुई कमजोर
टीआरएस ने चुनाव परिणामों को उम्मीदों के अनुरूप नहीं बताया है लेकिन इसके कार्यकारी प्रमुख केटी राम राव ने कहा कि इसे लेकर निराश होने की कोई बात नहीं है. उन्होंने सर्वाधिक सीटों पर टीआरएस को जिताने के लिए लागों का शुक्रिया अदा किया. मुख्यमंत्री के बेटे रामाराव ने कहा कि पार्टी के प्रदर्शन के बारे में पार्टी की बैठक में चर्चा की जाएगी. उल्लेखनीय है कि 2016 के निगम चुनाव में टीआएस ने 150 वार्डों में 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी.


चुनाव परिणाम में भाजपा टीआरएस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के तौर पर उभरी है, हालांकि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी, टीआरएस अपने प्रतिद्वंद्वियों से अब भी आगे है और भगवा पार्टी को अच्छी खासी संख्या में मिली सीटों से अगले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा.


बीजेपी ने दिखाया दमखम
2016 के जीएचएमसी चुनाव में तेलुगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन कर चार सीटें हासिल करने के बाद इस बार अपने बूते ही इसमें 10 गुना की छलांग लगाई है. भाजपा के बेहतरीन प्रदर्शन पर पार्टी के प्रदेश प्रमुख बी संजय कुमार ने कहा कि यह एक ‘भगवा हमला’ है जिसमें मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में विश्वास जताया है और टीआरएस के खिलाफ वोट दिया.


भगवा पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में चार सीटें जीती थी और फिर दुब्बाक विधानसभा उपचुनाव में उसने सत्तारूढ़ दल को शिकस्त दी थी.


भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव में अपनी संभावना मजबूत करने के लक्ष्य से जीएचएमसी चुनाव में जीत हासिल करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चुनाव प्रचार के लिए उतारा था.


भूपेंद्र यादव ने दिल्ली में कहा कि भाजपा के प्रदर्शन ने इस बात की पुष्टि की है कि वह टीआरएस को मुख्य चुनौती देने वाली पार्टी के तौर पर कांग्रेस की जगह ले रही है. भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य में चार सीटों पर जीत दर्ज की थी.


हैदराबाद में स्थानीय चुनावों के लिए प्रभारी नियुक्त किए गए भूपेंद्र ने कहा, ‘‘(चुनाव) परिणाम बहुत ही उत्साहवर्द्धक हैं, भाजपा का मनोबल बढ़ाने वाले हैं तथा एक तरह से यह पार्टी के लिए नैतिक जीत है. (चुनाव) परिणाम से यह प्रदर्शित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व और सुशासन के उनके मॉडल की सभी क्षेत्रों में स्वीकार्यता है. ’’


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प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष ने दिया इस्‍तीफा
कांग्रेस के लिए निराशाजनक रहे चुनाव परिणामों पर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख एवं सांसद एन उत्तम कुमार रेड्डी ने यह घोषणा की कि उन्होंने प्रदेश कांग्रेस समिति प्रमुख पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया है. रेड्डी ने कहा कि उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से नया प्रदेश अध्यक्ष को चुनने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है. असदुद्दीन ओवैसी नीत एआईएमआईएम ने अपने परंपरागत गढ़ हैदराबाद के पुराने शहर में दमदार प्रदर्शन किया है.